गंभीर का सीना छलनी कर बड़ी मशीनों से हो रहा अवैध खनन
सीएसपी ने पकड़ा, तहसीलदार ने छापा मारा फिर भी नहीं रूका अवैध खनन-अभा हिंदू महासभा, गौरक्षा न्यास ने सात दिनों में कार्रवाई की मांग की
उज्जैन। उज्जैन से बड़नगर की ओर जाने वाले रास्ते में आने वाले ग्राम नलवा से पुल के साईड में श्री हनुमानजी के मंदिर के पहले गंभीर नदी पर खुलेआम बड़ी-बड़ी मशीनों के द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है। नदी का सीना छलनी किया जाकर खनन संसाधनों का अवैध दोहन किया जाकर शासन को लाखों करोड़ों के राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है। गंभीर नदी पर हो रहे अवैध खनन को रोकने हेतु अखिल भारत हिंदू महासभा गौरक्षा द्वारा कलेक्टर एवं एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही चेतावनी दी कि यदि सात दिनों में कार्यवाही नहीं की गई तो महासभा एवं गौरक्षा न्यास द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
मनीषसिंह चौहान के अनुसार इस वर्ष तत्कालीन सीएसपी जीवाजीगंज मलकितसिंह ने उक्त अवैध खनन पकड़ा था वहीं तहसीलदार ने भी छापामार कार्यवाही कर सामग्री जब्त की थी। इसके बावजूद बेखौफ होकर अवैध खनन माफिया गंभीर में भारी मात्रा में अवैध खनन करते हुए इसका विरोध करने वालों को आतंकित कर धमका, चमका रहे हैं और खुले आम शासन प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं। महासभा प्रदेश संयोजक मनीषसिंह चौहान एवं प्रदेश उपाध्यक्ष हरि माली के नेतृत्व में अखिल भारत हिंदू महासभा एवं म.प्र. युवा शिवसेना गौरक्षा न्यास ने ज्ञापन सौंपकर अवैध खनन को तत्काल रोकते हुए अविलंब पुलिस व राजस्व विभाग की टीम गठित कर इससे खनिज विभाग की टीम को अनभिज्ञ रखा जाकर छापामार कार्यवाही की जाने की मांग की। चौहान ने बताया कि खनिज विभाग की टीम को इसलिए कार्यवाही के बारे में जानकारी न दी जाए ताकि खनिज विभाग की टीम अवैध खनन माफिया को सूचना कर इस समूची कार्यवाही को लीक न कर सके।
पानी चोरी के कारण बनती जलसंकट की स्थिति
मनीषसिंह चौहान के अनुसार शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर नदी में पर्याप्त पानी एकत्रित हो चुका है जिससे करीब 9 महीने तक शहर की प्यास बुझाई जा सकती है लेकिन ग्रीष्मकाल में पानी सूखने और सिंचाई हेतु पेयजल चोरी होने से यह मियाद मात्र 6 महीने की रह जाती है और 4-6 माह बाद जलसंकट की स्थिति बन जाती है। ज्ञापन सौंपकर पानी चोरी पर भी अंकुश लगाए जाने की मांग की गई।