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असंतुलित आहार और पोषक तत्वों की अधिक या कम सेवन से कुपोषण को बढ़ावा मिलता है


 

    उज्जैन। राष्ट्रीय पोषण आहार सप्ताह मनाया जायेगा। पोषण सम्बन्धी जन-जागृति के लिये 1 से 7 सितम्बर तक राष्ट्रीय पोषण आहार सप्ताह मनाया जायेगा। ऊर्जा या पोषक तत्वों का सेवन करना सबके आवश्यक है। असंतुलित आहार ग्रहण करना और पोषक तत्वों की अधिक या कम सेवन से कुपोषण को बढ़ावा मिलता है। इसके परिणामस्वरूप अधिक वजन, मोटापा, गैर-संचारी रोग जैसे- मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर आदि हो सकते हैं। पोषण आहार कम मिलने पर शरीर का कद न बढ़ना, वजन कम होना, बीमार होने पर ठीक होने में अधिक समय लगना आदि समस्या देखी जा सकती है।

    मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजू निदारिया ने राष्ट्रीय पोषण सप्ताह को मनाने का प्रमुख उद्देश्य लोगों के विभिन्न आहार और पोषण सम्बन्धी समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान और नियंत्रण करने के लिये उचित तकनीक का पता लगाना है। इस दौरान विभिन्न अभियानों और उन्मुखीकरण कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन में जागरूकता पैदा करना, विभिन्न खाद्य पदार्थों की पौष्टिकता की जानकारी देना, स्वास्थ्य खानपान की आदतों को विकसित करना तथा पर्याप्त शारीरिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है। पोषण सम्बन्धी जागरूकता का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाना है। अच्छे स्वास्थ्य के लिये पोषण का क्या महत्व है, यह समझाना आवश्यक है। सीएमएचओ डॉ.निदारिया ने बताया कि संतुलित पोषण आहार और नियमित शारीरिक सक्रियता उत्तम स्वास्थ्य की आधारशीला है। आहार में पोषक तत्वों की कमी से शारीरिक एवं मानसिक विकास प्रभावित होता है। स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। खराब पोषण के कारण प्रतिरक्षण क्षमता कमजोर हो जाती है एवं रोगों की संभावना बढ़ जाती है। इस प्रकार पोषण का स्वास्थ्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। बेहतर पोषण द्वारा शिशु, बाल और मातृ स्वास्थ्य मजबूत प्रतिरक्षण प्रणाली सुरक्षित गर्भावस्था और प्रसव, असंचारी रोगों जैसे- मधुमेह, हृदय रोग का जोखिम तथा लम्बी आयु का गहरा सम्बन्ध है।

पोषण के लिये सुझाव

    मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजू निदारिया ने पोषण के लिये आमजन को सुझाव दिया है कि वह नियमित अन्तराल पर आहार लें। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, वसा, खनिज, विटामीन, फाइबरयुक्त आहार ग्रहण करना चाहिये। मौसमी फल, सब्जियां, अनाज, दालें अपने भोजन में शामिल करें। खाना पकाते समय स्वच्छता का पर्याप्त ध्यान रखा जाये। जंकफूड, फास्टफूड न खायें। हमेशा आयोडीनयुक्त नमक का इस्तेमाल करें।

 

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