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शासकीय सेवक शासकीय कार्यों से सेवा निवृत्त होते हैं, न कि सामाजिक कार्यों से


 

15 शासकीय सेवक सेवा निवृत्त हुए

    उज्जैन । उज्जैन जिले के विभिन्न विभागों के 15 शासकीय सेवक सेवा निवृत्त हुए। सेवा निवृत्त शासकीय सेवकों का सामूहिक सम्मान समारोह सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर श्री सोनवलकर ने कहा कि शासकीय सेवक शासकीय कार्यों से सेवा निवृत्त होते हैं, न कि सामाजिक कार्यों से शासकीय सेवकों ने अपने सेवाकाल में ईमानदारी एवं निष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन कर सेवा निवृत्त हुए हैं, वह प्रशंसनीय है। अपने सेवाकाल में बेदाग होने के कारण उन्हें कोष एवं लेखा के द्वारा उनके स्वत्वों का जीपीओ-पीपीओ मिल रहा है।

    संयुक्त आयुक्त विकास श्री प्रतीक सोनवलकर ने कहा कि अपने लम्बे सेवाकाल के अनुभवों को अपने जुनियर शासकीय सेवकों को भी समय-समय पर देते रहें, ताकि वे आपके पुराने अनुभवों से सीख सकें। उन्होंने समस्त सेवा निवृत्त शासकीय सेवकों के स्वस्थ एवं प्रसन्न रहने की ईश्वर से कामना की। शासकीय सेवा निवृत्त होने वालों में शिक्षा विभाग के शिक्षक श्रीमती ज्योति शर्मा, सहायक शिक्षक श्री प्रेमचन्द सिसौदिया, श्री रामकिशन साहू, श्री सोहनसिंह परिहार, श्री अखिलेन्द्रसिंह राठौर, प्रधान अध्यापक श्री कन्हैयालाल वर्मा, तहसीलदार बड़नगर के जमादार श्री गिरधारीलाल, तहसीलदार कार्यालय तराना के भृत्य श्री धन्नालाल, अजाक विभाग की कूक श्रीमती कुसुमबाई यादव, सहायक शिक्षक श्री मोहनसिंह बामनिया, जिला मलेरिया विभाग के फील्ड वर्कर श्री ओंकारलाल, नगर पालिक निगम के पीएचई के लाईनमेन श्री अंबाराम, वायरमेन ग्रेड-2 श्री नन्दकिशोर, हेल्पर श्री मदनलाल चौहान, लोनिवि के भृत्य श्री रमेशचन्द्र जाट हैं। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कोष एवं लेखा के संयुक्त संचालक श्री जेएस भदौरिया ने शासकीय सेवा निवृत्त सेवकों को अपने स्वत्वों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि अगर किसी सेवक को कहीं कठिनाई आती है तो वह अपने कोषालय या कोष एवं लेखा से सम्पर्क कर सकते हैं। इस अवसर पर एपीओ श्री मुकेश आहूजा, श्री जीएल सोलंकी आदि उपस्थित थे।    

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