श्रेयांसनाथ तीर्थंकर के मोक्षकल्याणक पर चढ़ा निर्वाण लाडू
अभा दिगंबर जैन परिचय सम्मेलन के आमंत्रण पत्र का लोकार्पण
उज्जैन। दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद द्वारा श्री महावीर तपोभूमि में 2 सितंबर रविवार को आयोजित होने वाले अखिल भारतीय दिगंबर जैन परिचय सम्मेलन के आमंत्रण पत्र का लोकार्पण रक्षाबंधन के अवसर विदिक्षाश्री माताजी के सानिध्य में श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग पर हुआ। जिसमें संपूर्ण समाज को युवक-युवती परिचय सम्मेलन की जानकारी भी दी गई। वहीं श्री 1008 श्रेयांसनाथ तिर्थंकर भगवान के मोक्षकल्याणक (श्रावण शुक्ल पक्ष पुर्णिमा) के अवसर पर माताजी के सानिध्य में निर्वाण लाडु चढाया गया। साधर्मियों ने भी निर्वाण लाडू सामुहिक रुप से श्री चरणों में अर्पण कर अर्घ्य चढाया।
दिगंबर जैन समाज के सचिव सचिन कासलीवाल के अनुसार इस अवसर पर दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला, सुनील जैन ट्रांसपोर्ट, अशोक जैन ‘सर’, मुख्य संयोजक धर्मेंद्र सेठी, प्रसन्न बिलाला, संयोजक दिनेश जैन सुपरफार्मा, विमलेश जैन, प्रवीण रावत, जीवन्धर जैन, दिलीप सोगानी, दीपक जैन, राहुल जैन, योगेंद्र बड़जात्या, राजेश कासलीवाल, अनिल बुखारिया, ललित सेठी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में विशेष तौर पर स्नेह लता सोगानी, सारिका जैन, सुशीला कासलीवाल, शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग के अध्यक्ष इंदरचंद जैन आदि लोग भी मौजूद थे। विदक्षाश्री माताजी ने रक्षाबंधन त्यौहार पर रक्षाबन्धन पूजन (श्री अकम्पचनाचार्य आदि सात सौ मुनिवर पूजन) का महत्व बताते हुये विष्णुकुमार महामुनि ने उपसर्ग का निवारण किया एवं विस्तार से समझाते हुए कहा कि राखी पूर्णिमा पहले की अपेक्षा आज के युग में बहुत अंतर आया ओर उसे भाई-बहन के पवित्र रिश्ते में परिभाषित किया गया। भाई अपने बहन की रक्षा के स्वरुप रक्षा सुत्र का संकल्प लेता है वही बहन अपने भाई के लिये स्वस्थ, आयुष्मान की कामना करता हैं।