गंभीर घायल बालक को किया इंदौर रैफर, डॉ. जेठवानी ने उज्जैन में ही बचा ली जान
उज्जैन। शहर के श्री गुरूनानक अस्पताल में दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल ऐसे बालक का सफल उपचार हुआ जिसकी आंतें कट गई थी और पेट में जहर फैल गया था। तत्काल ऑपरेशन कर कटी आंतों को जोड़ा गया तथा पेट से जहर निकाला। पहले इस प्रकार के जटिल ऑपरेशन इंदौर, दिल्ली, मुंबई जैसे देश के बड़े शहरों के बड़े कारपोरेट अस्पतालों में बहुत अधिक खर्च में संभव हो पाते थे किंतु अब उज्जैन में श्री गुरूनानक अस्पताल में इस प्रकार के ऑपरेशन बहुत कम खर्च में संभव है। वहीं इंदौर या अन्य शहरों में ले जाने के दौरान ही कई बार मरीज रास्ते में दम तोड़ दिया करते थे।
निलेश राठौर उम्र 10 वर्ष निवासी बड़नगर को पेट में गंभीर चोट आने के बाद एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां से मरीज को इंदौर रैफर कर दिया गया लेकिन मरीज के परिजन उसे उज्जैन में ही श्री गुरूनानक अस्पताल लेकर आए जहां पर जांच में पता चला कि मरीज के पेट में गंभीर चोट आई है जिसके कारण आंतें बुरी तरह कट गई हैं और पेट में जहर फैल गया है तथा जहर खून में मिलने से शरीर में इंफेक्शन हो गया है जिसके कारण मरीज का ब्लड प्रेशर 60/40 एमएमएसक्यू आ रहा था। डॉ. उमेश जेठवानी ने तुरंत मरीज का ऑपरेशन कर मरीज के पेट में जमा ढाई लीटर जहर निकाला और आंतों को रिपेयर किया। जिसके बाद मरीज को आईसीयू में रखा गया और 2 बोतल ब्लड चढ़ाया गया। वर्तमान में मरीज पूरी तरह स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रहा है।
महिला को दिलाई बच्चेदानी के कैंसर से निजात
कैलाशबाई उम्र 60 वर्ष निवासी कालीसिंध लंबे समय से बच्चेदानी के कैंसर से ग्रस्त थीं। कई जगह इलाज करवाने के बाद भी मरीज को आराम नहीं हुआ तो मरीज के परिजन उसे श्री गुरूनानक अस्पताल लेकर आए जहां पर डॉ. उमेश जेठवानी और दिव्या जेठवानी ने मरीज का वरथाइम हिस्टेटेक्टॉमी पध्दति से ऑपरेशन कर मरीज की बच्चेदानी व कैंसर से खराब हो चुके अन्य भाग को निकाला। ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रही है।