सिद्धवट पर बनेगा 21 फीट ऊंचा दीप स्तंभ, दूर से दिखेगा मंदिर
उज्जैन। देशभर में प्रसिद्घ सिद्धवट मंदिर जल्द ही दूर से ही श्रद्घालुओं को दिखाई देगा और शिखर दर्शन आसानी से किए जा सकेंगे। मंदिर परिसर में 21 फीट ऊंचा दीप स्तंभ भी स्थापित होगा। यह दूसरा स्तंभ होगा, लेकिन इसे लाल पत्थरों से बनाया जाएगा। घाट क्षेत्र में प्रवेश के लिए लाल पत्थर का सुंदर प्रवेश द्वार भी बनेगा।
पितरों के तर्पण व पिंडदान के लिए सिद्धवटपर देशभर से श्रद्घालु आते हैं और कर्मकांड कराते हैं। श्राद्घपक्ष में यहां देश के विभिन्न स्थानों से लोग आते हैं। इसके मद्देनजर दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मंदिर क्षेत्र का विकास कार्य 1.31 करोड़ रुपयों से अधिक से होगा। यह काम हाउसिंग बोर्ड के माध्यम से कराया जा रहा है। बोर्ड ने इसके लिए डीपीआर तैयार कराकर मंगलवार को टेंडर लगा दिया है। यह 10 सितंबर को खोला जाएगा। निर्माण एजेंसी तय होने के बाद सौंदर्यीकरण तथा विकास कार्य शुरू हो सकेगा।
योजना के तहत लाल पत्थर का 21 फीट ऊंचा दीप स्तंभ स्थापित होगा। वर्तमान में मंदिर परिसर में एक छोटा दीप स्तंभ है। दूसरा स्तंभ दूसरी जगह स्थापित होगा, जहां घाट पर आरती की जा सके। विकास कार्य के लिए प्रशासकीय स्वीकृति दी जा चुकी है। मंदिर शिखर के दर्शन दूर से ही श्रद्घालुओं को हो सके, इसके लिए पुराने और अनुपयोगी संरचनाओं को तोड़ा जाएगा, लेकिन इसके लिए मंदिर के स्वरूप से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होगी। पुराने शिखरों का भी पुरातन स्वरूप लौटाया जाएगा। चूना व रंग साफ कराया जाएगा। कलेक्टर मनीषसिंह इस कार्य को जल्द कराने के लिए निरीक्षण कर चुके हैं।
लाल पत्थर ऐसे होंगे कि श्रद्घालु फिसलेंगे नहीं
सिद्घवट घाट पर लाल पत्थर लगाए जाएंगे। ये पत्थर खास किस्म के (एंटी स्किड) होंगे जिससे कि श्रद्घालु फिसलेंगे नहीं। आगे वाले हिस्से में जरूरत के अनुसार पेवर ब्लॉक लगाए जाएंगे। लैंड स्केपिंग होगी जिससे कि पूरा क्षेत्र सुंदर रूप में दिखाई दे। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए दो प्रतीक्षालय भी बनाए जाएंगे। पुजारी के लिए अलग कक्ष बनाया जाएगा, जहां पूजन सामग्रियां रखी जा सकेंगी। हाउसिंग बोर्ड ने 1.31 करोड़ का टेंडर लगा दिया है।
लाल पत्थर का बनेगा सुंदर द्वार
मंदिर क्षेत्र व घाट की ओर प्रवेश के लिए लाल पत्थर का आकर्षक द्वार बनाया जाएगा। यह भी ओपन गेट होगा। इसे घाट की ओर बनाया जाएगा। इससे आरती के समय मनोहारी दृश्य दिखाई देगा। वर्तमान में सिद्घवट मंदिर की ओर प्रवेश से पहले बैकुंठ द्वार है। इसका भी सौंदर्यीकरण होगा। मुख्य रोड के पास मुख्य द्वार का निर्माण नगर निगम द्वारा होगा।