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केवल थोड़े परिवर्तन से अधिक शहरी क्षेत्र में मिल सकता है महाकाल सवारी दर्शन का लाभ



उज्जैन / शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विवेक यादव ने पे्रस विज्ञप्ति जारी करते हुये कहा की प्रतिवर्ष निकलने वाली बाबा महाकाल की शाही सवारी के मार्ग को उज्जैन नगर की शहरी सीमा के विस्तार होने के बावजूद सवारी के मार्ग का विस्तार नही किया गया है।  जिसकी आवश्यकता महसूस की जाती रही है। वर्तमान में सवारी मार्ग मे केवल थोडे से परिवर्तन करने से ही काफी शहरी क्षेत्र को लाभ दिलाया जा सकता है जिससे भीड प्रबंधन व यातायात मे भी सुगमता हो जावेगी ओर जनता भी सुविधाजनक दर्शन प्राप्त कर शाही सवारी का आनन्द ले सकेगी। वर्तमान में शाही सवारी मार्ग को महाकाल से प्रारंभ होकर कमरी मार्ग, मिर्जा नईम बैग होते हुए तेलीवाड़ा चैराहा तक यथावत रखते हुए तेलीवाड़ा चैराहा से सीधे कालिदास कॉलेज के सामने से बियाबानी चैराहा, वी.डी.मार्केट के सामने से फाजलपुरा, गाड़ी अड्डा चैराहा, आगर रोड नगर निगम के सामने से होकर कोयला फाटक ,निजातपूरा होकर पुराना मार्ग कंठाल चैराहा ,सती गेट सर्राफा, छत्री चैक होकर महाकाल मंदिर तक किये जाने हेतु प्रशासन से लगातार मांग की जा रही है। इस हेतु जिला कलेक्टर एवं राज्य शासन को हमारे द्वारा ज्ञापन दिया जा चुका है। इस मार्ग के विस्तार के बाद वार्ड 3,4,5,6,7,16,17,18,19,24,25 के नागरिको को भी बाबा महाकाल की शाही सवारी लाभ मिल सकेगा।

यादव ने बताया कि पुर्व में भी तात्कालीक जिला कलेक्टरो द्वारा सवारी मार्ग को विस्तारीत किया जा सका है। वर्ष 1966 में सवारी मार्ग 24 खम्बा माता से हाकर घाटी चडते हुये राम घाट पहुंचता था तात्कालिन कलेक्टर एम एन बुच ने जनसुविधा को दृष्टिगत रखते हुये सवारी मार्ग को बदलने का सहास किया था। इसके बाद वर्ष 1980 में जो सवारी कमरी मार्ग से गोपाल मंदिर मुडकर महाकाल जाती थी उस मार्ग को विस्तारीत करते हुये टंकी चैंक से होकर गोपाल मंदिर लाने की शुरूआत हुये थी इसके पश्चात वर्ष 2000 में टंकी चैंक से तेलीवाडा होते हुये कंठाल, सती गेट होकर गोपाल मंदिर व यहा से महाकाल की और जाती है। पिछले 18 वर्षो में जन संख्या में भी वृद्धि हुई है एवं शाही सवारी की प्रसिद्धी विश्व भर में फेली है जिससे और अधिक दर्शनार्थी शाही सवारी दर्शन को आते है जिससे भीड का दबाव अत्यधिक बढ जाता है नगर के वृद्ध जनो महिलाओ एवं बच्चो को कई प्रकार से असुविधा होती है। इस लिये सवारी के विस्तार की मांग की जा रही है। सवारी मार्ग को बढने हेतु नगर के व्यापारीक संगठनो, समाजीक संगठनो खेल संगठनो, धार्मीक संगठनो के साथ बैठके आयोजीत कर नगर के प्रत्येक वार्ड में जाकर जनजागरण कर जनता के द्वारा प्रशासन के सामने सवारी मार्ग के विस्तार की आवाज उठाई जावेगी। 

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