उज्जैन में पहली बार हुआ इसोफेजीयल इस्ट्रीक्चर का कोलानिक ट्रास्पोसिशन पध्दति से ऑपरेशन
उज्जैन। उज्जैन में पहली बार इसोफेजीयल इस्ट्रीक्चर का कोलानिक ट्रास्पोसिशन पध्दति से ऑपरेशन श्री गुरूनानक अस्पताल में डॉ. उमेश जेठवानी द्वारा किया गया। यह एक बहुत ही जटिल ऑपरेशन है जो कि देश के महानगरों के कुछ चुनिंदा अस्पतालों में बहुत अधिक खर्च में हो पाते थे किंतु उज्जैन में ही श्री गुरूनानक अस्पताल में डॉ. उमेश जेठवानी ने पहली बार इस प्रकार का ऑपरेशन अत्यंत कम खर्च में किया।
पूजा सिसौदिया उम्र 25 वर्ष निवासी चंदूखेड़ी ने गलती से एसिड पी लिया था जिसके कारण मरीज के खाने की नली सिकुड़ गई थी। यह एक गंभीर समस्या है जिसे इसोफेजीयल इसट्रिक्चर कहते हैं। जिसके बाद मरीज का गुजरात व अन्य कई स्थानों पर इलाज करवाने के बाद भी आराम नहीं हुआ। खाने की नली सिकुड़ने के कारण मरीज का खाना पीना बंद हो गया। मरीज को अत्यंत गंभीर स्थिति में श्री गुरूनानक अस्पताल लाया गया जहां पर पता चला कि मरीज के फेफड़ो में खाना जाने के कारण वह सांस नहीं ले पा रही है। अतः मरीज को आईसीयू में वेंटीलेटर पर रखा गया। कुछ समय बाद मरीज की स्थिति में सुधार होने के बाद डॉ. उमेश जेठवानी ने मरीज की खाने की नली को निकालकर कोलोनिक ट्रांसपोजिशन पध्दति से मरीज के खाने की नली को बड़ी आंत से दोबारा बनाया और उसे पेट से जोड़ा गया। ऑपरेशन के बाद भी मरीज को लंबे समय तक आईसीयू में रखा गया। वर्तमान में मरीज सामान्य लोगों की तरह खाना खा रही है और पूरी तरह स्वस्थ है। एनेस्थिसिया डॉ. नवीन गुप्ता ने दिया।