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मनुष्‍य कर्म से बड़ा होता है जाति से नहींं -विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देते हुए नीरज पाण्‍डेय बोले


 

प्रशासनिक परीक्षाओं की तैयारी पर आधारित कार्यशाला में एक विद्यार्थी ने एएसपी नीरज पाण्‍डेय से पूछा की ''सर एससी और जनरल के बीच फर्क है ।'' एएसपी इस पर जवाब देते हुए कहा कि कोई फर्क नहीं हैं, दरअसल जातीय संकीर्णता एक मानसिक विकृति है, जिसे कुछ परम्‍परावादी लोग बनाये हुए है लेकिन आधुनिक पीढ़ी पर इसका कोई प्रभाव नहीं है। मनुष्‍य कर्म से बड़ा होता है जाति से नहीं। जब एक और विद्यार्थी ने पूछा सर उच्‍च पद पर जाने के लिए पढ़ाई कैसे करे। इस पर पाण्‍डेय साहब ने कहा कि हजारों मील की यात्रा की शुरूआत पहले कदम से होती है। पूरी योजना से ज्ञान प्राप्ति के जतन करते रहें, उच्‍च पद तक पहुंच जाएंगे ।

लोक प्रशासन विभाग द्वारा आयोजित 11 दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर श्री पाण्‍डेय ने कहा कि लक्ष्‍य सामने रखकर प्रयास किये जाये तो मीलों का सफर आसानी से तय किया जा सकता है । पूरी मेहनत और लगन से सतत प्रयास करे तो सफलता अवश्‍य मिलती है । कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि प्रो. गोपाल शर्मा ने कहा कि असफलताओं से कभी निराश नहीं होना चाहिये । असफलता हमें परिपक्‍व बनाकर बेहतरीन परिणाम देती है। स्‍वागत भाषण प्राचार्य प्रो. हेमंत नामदेव ने दिया जबकि आभार डॉ. संदीप लांडे ने माना। इस मोके  पर विषय विशेषज्ञ ऋषि दुबे का अभिनंदन किया गया। 

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