उपवास कर स्टेशन मास्टरों ने अपनी मांगो के समर्थन में किया प्रदर्शन, शेख ने रखा रोजा
उज्जैन। आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन (एस्मा) के आव्हान पर 11 अगस्त को सम्पूर्ण भारतीय रेलवे के 35 हजार स्टेशन मास्टर के साथ रतलाम मंडल के उज्जैन जंक्शन सहित सभी स्टेशनों के स्टेशन मास्टर्स ने अपनी लंबित मांगो के समर्थन में उपवास कर ड्यूटी का संपादन किया। पिंगलेश्वर स्टेशन मास्टर शाहिद शेख ने एक दिन का रोजा रख कर प्रशासन का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकर्षित करवाया।
उज्जैन जंक्शन पर रतलाम मंडल सचिव अभिलाष नागर के नेतृत्व में स्टेशन मास्टरों ने एकत्रित होकर स्टेशन प्रबधंक उज्जैन मुकेश जैन को मंडल रेल प्रबधंक रतलाम के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया। स्टेशन मास्टर रेलवे का अहम हिस्सा माने जाते है एवं उन्हें रेलवे का ब्रांड एम्बेसडर माना जाता है। रेल यातायात एवं रेलवे के अन्य विभागों के कार्यों में स्टेशन मास्टर महत्वपूर्ण भूमिका में होते है एवं बड़े बड़े जंक्शन के साथ साथ छोटे छोटे दुर्गम एवं आबादी विहीन स्टेशनों पर भी तैनात होकर अपने कर्तव्यों को निर्वहन करते है किन्तु रेलवे प्रशासन उनकी कई जायज मांगो की ओर ध्यान नही दे रहा है इसी कारण रेलवे का यह अति मत्वपूर्ण महकमा आंदोलन की राह पर है। उल्लेखनीय है कि इसी दिन 11 अगस्त 1997 को आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के आव्हान पर 2 मिनट की रेल रोको हड़ताल स्टेशन मास्टरों द्वारा प्रशासन का ध्यान अपनी उपेक्षा से त्रस्त होकर आकर्षित करने के लिए की गई थी।
इन मांगों को लेकर उद्देलित है भारतीय रेलवे के स्टेशन मास्टर
-एमएसीपी से मिलने वाला तीसरा अपग्रेडेशन ग्रेड पे 5400(लेवल-9) दिया जाय।
-देशभर में कई स्टेशन आज बीबी ऐसे है जहाँ स्टेशन मास्टर को प्रतिदिन 12 घण्टे(म्प् रोस्टर) की ड्यूटी करना पड़ती है। ऐसे ड्यूटी रोस्टर को समाप्त किया जाए।
-स्टेशन मास्टर अत्यधिक तनाव में ड्यूटी करते हैएवम रेलवे के सुरक्षित संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है अतः तनाव भत्ता स्वीकृत किया जाय।
-स्टेशन मास्टर के 15 प्रतिशत पद राजपत्रित किये जायें।
-अत्यधिक व्यस्त स्टेशन पर प्रत्येक शिफ्ट में अतिरिक्त स्टेशन मास्टर की नियुक्ति की जाय।
-स्टेशन मास्टर जिन विभागों के कर्मचासरियो का प्रमुख होता है, उनसे स्टेशन मास्टर का वेतनमान अधिक किया जाय।
-स्टेशन मास्टरो के लिए केंद्रीयकृत मुख्यालय बड़े नजदीकी शहरों में बनाया जाय।
-प्रत्येक स्टेटशन पर रेस्ट रूम की व्यवस्था की जाय।
-नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागु की जाय।
-आल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन को रेलवे प्रशासन द्वारा मान्यता प्रदान की जाय।