चयनित ग्रामों में स्वच्छता सर्वेक्षण जारी
उज्जैन । पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देश में प्रदेशों व जिलों की स्वच्छता की स्थिति का आंकलन करने हेतु स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण-2018 का आयोजन किया जा रहा है। इसमें उज्जैन जिले के रेण्डमली चयनित 10 ग्रामों में यह सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है एवं रेंकिंग के आधार पर सर्वश्रेष्ठ ग्रामों को 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा। कलेक्टर श्री मनीष सिंह के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप जीआर के नेतृत्व में उज्जैन जिला भी इस सर्वेक्षण में शामिल हो रहा है। प्रदेश स्तर पर 10 जिलों को विशेष रूप से फोकस किया गया है, इसमें उज्जैन जिला भी शामिल किया गया है। इस सम्बन्ध में गत दिवस स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत जिला स्तर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की जिला समन्वयक डॉ.कविता उपाध्याय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गत दिवस जिला स्तर पर आयोजित कार्यशाला में ग्रामीण स्तर तक के समस्त विभागों के अधिकारी शामिल हुए थे। इसी प्रकार जनपद पंचायत उज्जैन, बड़नगर, घट्टिया, तराना, खाचरौद और महिदपुर में समस्त ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक एवं समस्त विकास खण्ड स्तरीय अधिकारियों को जानकारी प्रदान की गई। डॉ.कविता उपाध्याय ने बताया कि चयनित ग्रामों में सर्वेक्षण का कार्य दिल्ली से आये सदस्यीय दल के द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
दिल्ली से आये सदस्यीय दल के द्वारा सर्वेक्षण को 3 स्तरों पर देखा जा रहा है। इनके द्वारा सर्विस लेवल प्रोग्रेस अर्थात भारत सरकार की एमआईएस में दर्ज जिले की स्थिति इसका आधार पर किया जा रहा है। इस मानक को 35 प्रतिशत वैटेज दिया जायेगा। स्वच्छता कव्हरेज ओडीएफ स्टेटस और उसका सत्यापन डिसफंकशनल शौचालयों की स्थिति एवं जियो टैगिंग के प्रतिशत के आधार पर अंक दिये जायेंगे। इसी प्रकार जनता से फिडबैक इस मानक को भी 35 प्रतिशत वैटेज दिया जायेगा। दल के द्वारा चयनित ग्रामों में आमजन से चर्चा कर अभिमत लिया जा रहा है। ग्राम के मुख्य प्रभावी लोग जैसे- सरपंच, सचिव, शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि का अभिमत लिया जायेगा और चयनित गांव को छोड़कर अन्य गांव की जनता से ऑनलाइन और प्रत्यक्ष फीडबैक लिया जा रहा है। तीसरा और महत्वपूर्ण मानक है प्रत्यक्ष अवलोकन। इस मानक को 30 प्रतिशत वैटेज दिया जायेगा। सर्वेक्षण हेतु चयनित ग्राम में स्वच्छता सुविधाओं की उपलब्धता, स्वच्छता सुविधाओं के उपयोग की स्थिति, अपशिष्ट जल के निपटान की स्थिति प्रमुख घटक हैं। प्रत्यक्ष अवलोकन प्रमुखत: 5 सार्वजनिक स्थलों स्कूल, आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य केन्द्रों, हाट बाजार एवं धार्मिक स्थलों का किया जा रहा है।