महाकाल चौराहे पर मैजिक चालकों द्वारा गलत तरीके से की जा रही है मैजिक पार्क
स्थानीय होटल संचालक ने जनसुनवाई में आवेदन देकर शिकायत की
उज्जैन । एडीएम श्री जीएस डाबर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मंगलवार को बृहस्पति भवन में 180 से अधिक आवेदनों पर जनसुनवाई की गई। डग्गरवाड़ी निवासी मोइज कॉन्ट्रेक्टर पिता युसूफ अली ने आवेदन देकर शिकायत की कि महाकाल चौराहे पर उनकी एक होटल है। उनके संस्थान के सामने ही लगभग 8 से 16 मैजिकचालक अवैध रूप से अपनी मैजिक पार्क कर देते हैं। ये वाहन रातभर उनके संस्थान के सामने खड़े रहते हैं, जिस कारण कई बार दिन में ट्रैफिक अवरूद्ध हो जाता है और आने-जाने वाले वाहनों को भी निकलने में बहुत परेशानी होती है। इस वजह से आयेदिन महाकाल चौराहे पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे दुर्घटना होने की संभावना भी लगातार बनी रहती है। आवेदक द्वारा बार-बार आग्रह करने के बावजूद मैजिक वाहन चालकों द्वारा अपनी गाड़ियां वहां से नहीं हटाई जा रही हैं और अभद्र व्यवहार किया जा रहा है, अत: उक्त मैजिक वाहन संचालकों के विरूद्ध उचित कार्यवाही की जाये। इस पर टीआई महाकाल थाना को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
बसन्त विहार निवासी मनोज रेनीवाल पिता स्व.रामकुमार रेनीवाल ने आवेदन दिया कि पिछले कई समय से ग्राम लक्ष्मीपुरा तहसील तराना में स्थित एक प्रायवेट स्कूल की बिल्डिंग के पूर्ण रूप से अवैध निर्माण की शिकायत मय सरकारी दस्तावेजों के साथ उनके द्वारा की गई है। यह बिल्डिंग मक्सी रोड फोरलेन प्रोजेक्ट की निर्धारित शासन द्वारा की गई सीमा के अन्तर्गत आती है। उक्त स्कूल संचालकों एवं जांच अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध बिल्डिंग को हटाने की कोई भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है, अत: दोषियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाये। इस पर एसडीओ तहसील तराना को पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
मधुवन कॉलोनी महानन्दा नगर निवासी रमेशचन्द्र चौहान पिता रामसिंह चौहान ने आवेदन दिया कि पुलिस लाइन के पीछे उनकी कॉलोनी स्थित है और कॉलोनी में रहवासियों के लिये बगीचे की जमीन छोड़ी गई थी, जिस पर स्थानीय निवासी द्वारा कुछ पौधे और फेंसिंग लगाकर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा कॉलोनी में लगे हैण्ड पम्प को भी उक्त व्यक्ति द्वारा निकाला जाकर विद्युत मोटर डालकर नलकूप पर अपना एकाधिकार करने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को कार्यवाही हेतु आवेदन अग्रेषित किया गया।
नागझिरी निवासी चतरबाई स्व.रामाजी ने आवेदन दिया कि उनके बेटे और बहू दोनों द्वारा शराब पीकर रोजाना उनके साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार किया जाता है। इसके अलावा जबर्दस्ती उनसे 24 हजार रूपये की राशि भी उन दोनों ने छीन ली है, अत: बहू-बेटे पर कार्यवाही कर उन्हें उनके रूपये दिलवाये जायें। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को आवश्यक कार्यवाही हेतु आवेदन अग्रेषित किया गया। घट्टिया तहसील निवासी बनेसिंग यादव ने आवेदन दिया कि वे गरीब परिवार के होकर दैनिक मजदूरी कर अपने और अपने परिवार का जीवन निर्वाह कर रहे हैं और उनकी आय का अन्य कोई स्त्रोत भी नहीं है, अत: उनका नाम बीपीएल सूची में दर्ज किया जाये, ताकि वे शासन की योजनाओं का लाभ ले सकें। इस पर तहसीलदार घट्टिया को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
यशवंत नगर तहसील तराना निवासी श्याम पिता मेघा ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित उनकी कृषि भूमि से लगी हुई 1 अन्य भूमि पर क्रेशर और गिट्टी की मशीन लगी हुई है, जो दिन-रात चलती है। मशीन से उड़ने वाली धूल और अन्य सामग्री के कारण उनकी सोयाबीन की फसल का नुकसान हो रहा है और वह पूर्ण रूप से नष्ट होने की कगार पर आ गई है। आवेदक द्वारा जमीन के मालिक को मना करने पर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। इस पर एसडीएम तराना को तत्काल कार्यवाही करने के लिये कहा गया।
मंगल कॉलोनी निवासी श्री विजय एस.मुजुमदार और अन्य सेवा निवृत्त कर्मचारियों ने आवेदन दिया कि वे उज्जैन दुग्ध संघ से विभिन्न पदों पर सेवा निवृत्त हो चुके हैं। सेवा निवृत्त होने के पश्चात उन्हें 2 से ढाई हजार रूपये की पेंशन राशि भविष्य निधि कार्यालय से प्राप्त हो रही है। मध्य प्रदेश शासन के नियम अनुसार 30 वर्ष सेवा के उपरान्त तृतीय समयमान वेतन के आदेश उज्जैन दुग्ध संघ को जारी किये गये हैं। इसके तहत मई 2017 के वेतन में उक्त वेतनमान का लाभ दिया जा चुका है। जुलाई-2014 से अप्रैल-2017 तक का एरियर तैयार किया जाकर भुगतान हेतु सितम्बर-2017 से लेखा शाखा में लम्बित है। केवल 1 कर्मचारी को इसका भुगतान किया गया है, शेष सभी सेवा निवृत्त कर्मचारियों और अधिकारियों को भुगतान नहीं किया गया है, अत: उन्हें तृतीय समयमान वेतन का शीघ्र भुगतान करवाया जाये। इस पर सीईओ उज्जैन दुग्ध संघ को जांच कर नियम अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।