3 करोड़ की लाइटिंग सिर्फ 9 लाख के बिजली बिल बकाया होने से बंद - कांग्रेसी पार्षद करेंगे आंदोलन
पीडब्ल्यूडी की ईएंडएम शाखा इलेक्ट्रिक एंड मैकेनिकल ने सिंहस्थ 2016 में इंदौर रोड फोरलेन पर तपोभूमि तक सेंट्रल लाइटिंग लगाई थी। इस पर तीन करोड़ रुपए खर्च हुए थे। त्रिवेणी से तपोभूमि तक की लाइट का तीन साल से बिल बकाया है, जो अब 9 लाख रुपए हो गया है। यहां पर 80 सेंट्रल लाइट लगी है, जिसकी खपत 4 से 5 हजार यूनिट हर माह हो रही है। सेंटर लाइट तो लगा दी गई लेकिन यह तय नहीं किया कि बिजली बिल कौन भरेगा, ऐसे में अब बिजली बिल को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। नगर निगम बिल जमा करने को तैयार नहीं है, ग्राम पंचायत डेंडिया ने भी इंकार कर दिया है। भस्मारती के लिए रात 2 बजे के बीच में इंदौर से आने वाले श्रद्धालुओं को अंधेरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा है। श्रावण मास में कावड़ यात्री भी आ रहे हैं, अंधेरा होने से उन्हें भी परेशानी हो रही है।
तीन साल से बिजली का बिल जमा नहीं किया है। 9 लाख रुपए बकाया है। निगम के प्रकाश विभाग के अधिकारियों से बिल जमा करने के लिए कहा तो उन्होंने नगर सीमा में नहीं होने से इनकार कर दिया। ग्राम पंचायत भी बिल भरने को तैयार नहीं है। - राकेश हारोड़े, ईई, बिजली कंपनी
कांग्रेस का आंदोलन: बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट भी दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। शहर के 54 वार्डों में प्रमुख चौराहों पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था खराब स्थिति में है। बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट सुधारने के लिए प्रकाश विभाग के पास पर्याप्त सामग्री भी नहीं है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र वशिष्ठ ने महापौर और निगमायुक्त को पत्र लिखकर यह चेतावनी दी है की स्ट्रीट लाइट की समस्या का निदान नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्षद दल आंदोलन करेगा।