महाकाल मंदिर को उज्जैन प्रशासन कर रहा है हाईजैक
उज्जैन। जिला प्रशाशन ने महाकाल मंदिर को भ्रष्टाचार का केंद्र बना दिया है। पथ भृष्ट कार्याें से भगवान भी नाराज है इतिहास में पहली बार भगवान का श्रृंगार गिरा है। मृन्तयुंजय भगवान महाकाल के मंदिर में दर्शानार्थी के प्राण चले गए। यह कैसा अनर्थ हो रहा है।
उक्त वक्तव्य जारी करते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष विवेक यादव विक्की ने कहा कि भगवान महाकालेश्वर मंदिर विश्व प्रसिद्ध आस्था का केंद्र तो है ही उज्जैन वासियों के लिए प्राण वायु के समान माना जाता है। भगवान महाकाल के दर्शन हेतु प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। सावन माह में दर्शन का महत्व अधिक होता है ऐसी मान्यता के चलते भीड़ बढ़ जाती है। भस्म आरती के गड़बड़झाले में लिप्त भारतीय जनता पार्टी पास बनवा कर ही खुश रहती है बाकी समय प्रशासन क्या कर रहा है इस पर सरकार का नियंत्रण नहीं। इस बात का लाभ उठाकर स्थानीय प्रशासन ने मंदिर को हाइजैक कर रखा है कुछ चंद वीआईपी व्यक्तियों को दर्शन कराने की आड़ में अधिकारी कर्मचारी अपने परिवारों को यहां तक आसपास के शहरों में रहने वाले रिश्तेदारों को भी विशेष दिनों में बुलवाकर बेरोकटोक दर्शन कराते हैं। सावन के पहले सोमवार को ही गर्भगृह के सामने सभामंडप में प्रशासनिक अधिकारियों के परिवार की भीड़ मौजूद थी। इसके साथ सवारी मार्ग पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला था। मुख्यमंत्री की पत्नी की सेवा में लगा प्रशासन महाकाल मंदिर की अव्यवस्थाओं को नहीं देख पा रहा था इलाज के अभाव में एक दर्शनार्थी अपनी जान गवा बैठा यह कलंक प्रशासन की अनदेखी का ही नतीजा है। यादव ने उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह को चेतावनी देते हुए कहा है कि आने वाले समय में अगर सभामंडप सहित अन्य प्रतिबंधित स्थान पर अधिकारी कर्मचारियों को अपने परिवार जन को प्रवेश कराते देखा तो वही धरने पर बैठ जाऊंगा। आम आदमी दर्शन के लिए धक्के खा रहा है और अधिकारियों के परिजन प्रतिबंधित एरिया में भी दर्शन का लाभ ले रहे हैं प्रशासन की तानाशाही नहीं चलने देंगे। इसका जन आंदोलन कर विरोध करंगे।