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जिले में निर्वाचन का कार्य पूर्णत: निष्पक्ष तरीके से किया जायेगा –कलेक्टर


 

सभी राजनैतिक दल अपने बीएलए की नियुक्ति शीघ्र कर अवगत करायें

निर्वाचक नामावली का द्वितीय विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ

एकजाई निर्वाचक नामावली का प्रारूप प्रकाशन किया गया

उज्जैन । सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में मंगलवार को निर्वाचन नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम पर बैठक आयोजित की गई। इसमें विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मनीष सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती शैली कनाश, अपर कलेक्टर श्री दीपक आर्य और निर्वाचन सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। बैठक में जानकारी दी गई कि मंगलवार 31 जुलाई को समस्त मतदान केन्द्रों पर निर्वाचक नामावली-2018 का एकजाई प्रारूप प्रकाशन किया गया है।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती शैली कनाश द्वारा जानकारी दी गई कि प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए और अपंजीकृत पात्र व्यक्तियों को निर्वाचक नामावली में अपना नाम पंजीकृत कराने के लिये एक अवसर और दिया गया है, ताकि पात्र व्यक्ति वोट देने से वंचित न रहे और निर्वाचक नामावली का शुद्धिकरण हो। आयोग के निर्देश अनुसार फोटो निर्वाचक नामावली का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम मंगलवार से शुरू हो गया है।

मंगलवार 31 जुलाई से आगामी 20 अगस्त तक यह कार्यक्रम निरन्तर चलेगा। इसमें बीएलओ द्वारा दावे-आपत्तियां दर्ज की जायेंगी। इसके बाद 22 अगस्त से 20 सितम्बर के पूर्व तक दावे-आपत्तियों का निराकरण कर दिया जायेगा। 26 सितम्बर 2018 से पूर्व डेटाबेस को अद्यतन करना और पूरक के प्रकाशन का कार्य किया जायेगा। निर्वाचक नामावली का अन्तिम प्रकाशन 27 सितम्बर 2018 को किया जायेगा।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि भारत निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मप्र के निर्देश अनुसार पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत पुनरीक्षण पूर्व गतिविधियों के अन्तर्गत बीएलओ की नियुक्ति और प्रशिक्षण, दिशा-निर्देश चिन्हित दोहरी/एकाधिक डेमोग्रेमिक समान/मृत निर्वाचकों की प्रविष्टियों का नोटिस देने के पश्चात निरसन करना, मतदान केन्द्रों का युक्तिकरण, भाग/सीमाओं का निर्धारण, अनुभाग अनुकूलन, मतदान क्षेत्र के बेहतर डिजिटल मेप तैयार करना तथा सभी केन्द्रों का शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन, डाटाबेस एवं नामावली का एकीकरण और स्वीप अभियान के निर्धारण का कार्य निर्धारित समयावधि में उज्जैन जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में किया गया है। समस्त कार्यवाही सम्पादन के उपरान्त एकजाई प्रारूप निर्वाचक नामावली का प्रकाशन मंगलवार 31 जुलाई को उज्जैन जिले के समस्त मतदान केन्द्रों और विहित कार्यालयों में किया गया।

बैठक में पुनरीक्षण के पूर्व गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके तहत रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। विगत 16 मई को जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स की ओरिएंटेशन कार्यशाला आयोजित की गई। वर्तमान में जिले के समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा ईआरओ डॉट नेट 02 पर मतदाता सूचियों के संधारण का कार्य किया जा रहा है।

प्रथम विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 4 अक्टूबर 2017 से 19 जनवरी 2018 तक संचालित किया गया था, जिसमें अन्तिम प्रकाशन में 2016 पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े गये थे, 3412 अपात्र मतदाताओं के नाम हटाये गये थे तथा 861 मतदाताओं के आवेदन आवश्यक संधोधन हेतु प्राप्त हुए थे। द्वितीय पुनरीक्षण पूर्व गतिविधियों के अन्तर्गत बीएलओ द्वारा 15 मई 2018 से 20 जून 2018 तक घर-घर जाकर सत्यापन का कार्य किया गया। घर-घर सत्यापन की तिथि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 30 जून 2018 तक बढ़ाई गई।

उल्लेखनीय है कि 19 जनवरी 2018 के उपरान्त कुल 27006 पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े गये, 78493 अपात्र मतदाताओं के नाम हटाये गये, जिनमें से 27422 मतदाता मृत, 45351 मतदाता स्थानान्तरित, 4959 दोहरी प्रविष्टियां, 484 अनुपस्थित और 277 अपात्र मतदाता हैं। मंगलवार 31 जुलाई को प्रकाशित निर्वाचक नामावली में 705887 पुरूष मतदाता, 661312 महिला मतदाता, 57 अन्य मतदाता इस प्रकार कुल 1367256 मतदाता हैं। 18 से 19 वर्ष की आयु के कुल पुरूष मतदाता 14577 एवं महिला मतदाता 8321, अन्य मतदाता 4 इस प्रकार कुल 22822 नये मतदाता हैं। उज्जैन जिले में 1096 सर्विस वोटर्स तथा 2934 दिव्यांग मतदाता हैं। जिले का ईपी रेशो 62.57 तथा जेण्डर रेशो 938 है।

बैठक में राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को जानकारी दी गई कि यदि उनकी नजर में और कोई पात्र दिव्यांग मतदाता हों, जिनका नाम सूची में शामिल नहीं किया गया हो तो तुरन्त इसकी सूचना सम्बन्धित बीएलओ को दें। बताया गया कि मतदान केन्द्रों के भौतिक सत्यापन उपरान्त केन्द्रों की युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही की गई है। जिले में युक्तियुक्तकरण उपरान्त 1773 मतदान केन्द्र हैं। राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया में सुधार हेतु आवश्यक सुझाव दिये गये।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मनीष सिंह ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि जिले में पूर्णत: निष्पक्ष तरीके से निर्वाचन का कार्य सम्पन्न कराया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान केन्द्रों में किसी भी तरह की कोई कमी या शिकायत पाई जाये, तो तुरन्त उन्हें अवगत कराया जाये। निर्वाचक नामावली से सम्बन्धित सभी प्रविष्टियां ऑनलाइन दर्ज कराई जा रही हैं, ताकि इस प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता रहे। निर्वाचन के सम्बन्ध में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है। वर्तमान में जिले का 60 प्रतिशत प्रशासनिक अमला निर्वाचन के कार्य में ही लगा हुआ है। अगले 1 महीने हमें समस्त दावे-आपत्तियों को बारिक नजर से देखना है। निर्वाचक नामावली का शुद्धिकरण अत्यन्त गुणवत्तापूर्वक किया जा रहा है।

ईवीएम की फर्स्ट लेवल चेकिंग में जो मशीनें खराब हैं, उनकी जानकारी ऑनलाइन दर्ज करवाई गई हैं। कलेक्टर ने समस्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा कि वे सभी मतदान केन्द्रों पर अपने-अपने दल के बीएलए नियुक्त कर शीघ्र अतिशीघ्र उनकी सूची जिला निर्वाचन कार्यालय को भिजवायें।

 

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