सेवाधाम में आज अनूठा विवाह, 14 साल के वनवास के बाद फुंदी के जीवन में बजेगी खुशियों की शहनाई
उज्जैन। 14 साल का वनवास पूरा कर इंदौर की सड़कों पर लावारिस हालत में 2004 में मिली मासूम फुंदी आज सेवाधाम की लाड़ली दुल्हन बनकर शाजापुर के नवयुवक की जीवन संगनी बनकर अपने सपनों को पंख लगाएगी। अंकित ग्राम सेवाधाम में होने वाली इस अनूठी शादी के लिए संपूर्ण आश्रम को सजाया गया है। बारात के स्वागत के लिए नवसारी गुजरात के ब्रिजधाम फाउंडेशन चेरीटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राकेश नाथ सहित 14 लोगों का दल आ रहा है।
अंकित ग्राम अंबोदिया स्थित सेवाधाम आश्रम के संस्थापक सुधीर भाई गोयल ने बताया कि इंदौर की सड़कों पर फुटपाथ पर लावारिस हालत में जनवरी 2004 में एक मासूम बच्ची स्थानीय लोगों की मदद से शासकीय बालक संरक्षण गृह इंदौर में भेजी गई थी। काउंसलिंग करने पर बालिका अपने बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता पाई। मेडिकल जांच में उसे मंदबुध्दि पाया गया। 5 साल तक इंदौर के संरक्षण गृह में रखने के बाद तत्कालीन जिलाधीश की पहल पर फुंदी सहित अन्य 7 बच्चों को बेहतर जीवन के लिए उज्जैन सेवाधाम में भेजा। 2009 में प्रवेश के बाद न सिर्फ बच्चों के जीवन में नए रंग भरे, फुंदी को योग्य चिकित्सकों की देखरेख में ऐसा माहौल दिया जिससे मंद बुध्दि फुंदी आश्रम के बच्चा वार्ड के एक हिस्से की विशेष कार्यकर्ता बनकर आत्मनिर्भर बन गई और अब 14 साल के वनवास के बाद फुंदी के जीवन में वह अवसर भी आ गया जिसकी कल्पना हर एक युवती करती है। आज सेवाधाम आश्रम में वर्षा मंगल महोत्सव के समापन पर शहनाईयों की गूंज के बीच फंुदी का विशेष विवाह 550 दिव्यांग, मंदबुध्दि और देश के अलग-अलग प्रांतों से आकर सेवाधाम में निवासरत आश्रमवासियों की साक्ष में होगा। बारात शाजापुर से आएगी, फुंदी के जीवन में रंग भरने वाला शाजापुर का युवक चमन भी इस विवाह को लेकर उत्साहित है। सेवाधाम में ही दिव्यांग परिचय सम्मेलन में चमन ने जब एक नजर फुंदी को देखा तभी उसे अपना जीवन साथ बनाने का प्रण कर लिया था।
अनूठा विवाह
सेवाधाम में आज 31 जुलाई को होने वाला विवाह अनूठा होगा। आश्रम में ही निवासरत 550 आश्रमवासियों में से कोई मुख्य द्वार पर बारात का स्वागत करेगा तो कोई शहनाई बजायेगा। भोली अग्रवाल ढोलक की थाप पर स्वागत गीत गाकर बारात का स्वागत करेगी तो मंदबुध्दि बालिकाएं भोजन व्यवस्था को संभालेगी। आश्रम के बुजुर्ग नए जोड़ों को जीवन में खुशहाल रहने का आशीर्वाद देंगे।
14 साल का इंतजार इसलिए गुजरात से 14 विशेष मेहमान
कभी लावारिस लेकिन आज सेवधाम आश्रम में सेविका के रूप में कार्यरत फुंदी के जीवन में चूंकि 14 साल बाद नया मोड़ आ रहा है। इसलिए नवसारी गुजरात से 14 लोगों का दल विशेष मेहमान बनकर आ रहा है और ये सब मिलकर कन्यादान भी करेंगे। विवाह प्रातः 10.30 बजे विशेष मुहूर्त में संपन्न होगा। इस विवाह का पंजीकरण भी करवाया गया है।
हल्दी का लेप, मेहंदी लगी
फंुदी की शादी के एक दिन पूर्व आश्रम में मेहंदी, हल्दी की रस्म कांता गोयल और फंुदी की सखियों द्वारा पूरी की गई। हल्दी का लेप लगाकर हाथों में मेहंदी लगाई गई।
कैशलेस होगी शादी
उक्त विवाह पूरी तरह कैश लेस होगा। दोनों ही पक्ष पर किसी भी प्रकार का नगर व्यवहार नहीं किया जाएगा।