भावांतर में छला किसानों को, फसल बीमा के नाम पर हुई नौटंकी
किसानों ने चना, लहसुन, गेहूं के बकाया दिलवाने व फसल बीमा के लाभ के लिए किया प्रदर्शन
उज्जैन। जिले के हजारों किसानों को भावांतर योजना का लाभ अब तक नहीं मिल सका है। लहसुन प्याज की भावांतर राशि का भुगतान किसानों को पूरी तरह अप्राप्त है वहीं गेहूं की भावांतर राशि का भुगतान भी कई किसानों को नहीं मिला। 2 महीने होने के बावजूद आज तक चने की उपज का भुगतान भी किसानों को नहीं हुआ। अधिकांश किसानों को अब तक फसल बीमा नहीं मिल सका है। परेशान किसानों ने मंडी उपाध्यक्ष शेरू पटेल के नेतृत्व में कोठी पर प्रदर्शन किया तथा कलेक्टर के नाम शनिवार को ज्ञापन दिया जिसमें चना, लहसुन, प्याज, गेहूं का बकाया भुगतान दिलवाने व फसल बीमा का लाभ देने की मांग की।
जिला पंचायत सदस्य करण कुमारिया के अनुसार नरवर, कचनारिया, कासमपुर, खोकरिया, देवराखेड़ी, दताना, भेसोदा, मताना, सेमलिया नसर, कल्याणपुरा, खजूरिया, गांवड़ी, पालखंदा, बोलासा, चंदेसरा, चंदेसरी, भंवरी, हंसखेड़ी, निकेवड़ी, नौगांवा, कुवारिया, पिपलोदा, द्वारकाधीश, मूंजाखेड़ी सहित अनेक गांवों के किसानों के साथ शासन भावांतर, फसल बीमा के नाम पर नौटंकी कर किसानों के साथ छलावा कर रहा है। शासन, प्रशासन किसानों के साथ अन्याय, अत्याचार कर उन्हें मानसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। इस संबंध में पिछले 6 महीनों में आधा दर्जन बार पत्राचार के साथ ही धरना, प्रदर्शन, आंदोलन कर ज्ञापन जिम्मेदारों को दिये गये हैं। लेकिन अब तक किसानों का भुगतान नहीं हुआ व फसल बीमा से एक साल बाद भी किसान वंचित है। शेरू पटेल के साथ ज्ञापन देने पहुंचे कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय, करण कुमारिया, अजीतसिंह ठाकुर, इकरार पटेल, गोवर्धन आंजना, हेमंतसिंह चौहान, गब्बर ठाकुर, सुरेश चौधरी, गफ्फार पटेल, नासिर पटेल आदि ने मांग की कि किसानों को उनकी गेहूं, चना, लहसुन, प्याज के बकाया राशि का भुगतान कराया जावे तथा वंचित रहे किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाया जाए व राजस्व अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा फसल बीमा में राजनैतिक व व्यक्तिगत द्वेषतावश किसानों को लाभ से वंचित किये जाने के मामले में भी कड़ी कार्यवाही की जावे।
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