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श्रीमद् विजय नित्यसेन सूरिश्वरजी का हुआ भव्य मंगल प्रवेश-रास्ते रांगोली से सजे, आकाश धर्ममयी उद्घोषों से गूंजा


बाबा महाकाल को पगड़ी पहनाकर किया जैन संत के चातुर्मास का आगाज

उज्जैन। गच्छाधिपति आचार्य देव श्रीमद् विजय नित्यसेन सूरिश्वरजी के चातुर्मास का आगाज शनिवार को बाबा महाकाल को त्रिशूल तथा ओम चिन्ह अंकित 250 मीटर कपड़े से बनी पगड़ी पहनाकर किया गया। महाकाल के दरबार में 50 सदस्यीय मुंबई के वंदन ग्रुप बैंड तथा भटिंडा के बैंड ने अपनी सुमधुर लहरियों से बाबा की आराधना की। तत्पश्चात श्रमण श्रमणीवृंद के साथ आचार्यश्री नित्यसेन सूरिश्वरजी का भव्य मंगल प्रवेश हेतु वरघोड़ा निकला। 
श्री संघ अध्यक्ष मनीष कोठारी के अनुसार शनिवार को प्रातः सकल श्रीसंघ की नवकारसी शगुन गार्डन गणगौर दरवाजा के समीप हुई। तत्पश्चात प्रातः 9 बजे जुलूस अवंति पार्श्वनाथ दानी गेट से प्रारंभ हुआ। जुलूस में आगे महिलाएं रंग बिरंगे परिधानों में सर पर कलश धारण किये प्रभु की आराधना करते हुए चल रही थीं। रास्ते में रांगोली के रंग बिखरे थे। नवरत्न महिला मंडल की महिलाएं उज्जयिनी में शिवलिंग में से अवंति पार्श्वनाथ भगवान प्रगट हुए की तख्तियां लिए भगवान भोलेनाथ और पार्श्वनाथ की झांकी लेकर चलीं। उर्जा मंत्री पारस जैन ने गोपाल मंदिर पर बोहरा समाज द्वारा लगाए मंच पर पहुंचकर स्वयं समाजजनों के साथ चल समारोह का स्वागत किया। संभवनाथ महिला मंडल की महिला सदस्याएं भगवान को कमल पुष्प वाहन में विराजमान किये रथ खींचते हुए निकलीं। वंदन बैंड तथा भटिंडा बैंड रास्ते भर अपने ढोल की थाप से वातावरण गुंजायमान करते हुए निकला। समाज के युवक-युवतियां भी प्रभु आराधना में नृत्य करते हुए रास्ते भर चले। महिला मंडलों में आगे महिलाएं भगवान के बालस्वरूप को श्रृंगारित कर गोद में लिये हुए चल रही थीं। आदिवासी नृत्य करते कलाकार भी आकर्षण का केन्द्र रहे। सबसे पीछे स्वच्छता एवं पर्यावरण का संदेश देते हुए युवक एवं युवतियां भी जुलूस में निकले। जुलूस ढाबा रोड, गोपाल मंदिर, छत्रीचौक, नई पेठ, भागसीपुरा, खाराकुआं, नमकमंडी, छोटा सराफा, बड़ा सराफा, सती गेट, कंठाल, निजातपुरा, कोयला फाटक होता हुआ महाकाल परिसर पहुचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुआ। मनीष कोठारी के अनुसार प्रथम चातुर्मासिक कामली का लाभ प्रेमकुमार पारसचंद्र विमलकुमार तल्लेरा परिवार ने लिया। गुरूदेव की प्रतिमा की अस्थाई विराजमान करने का लाभ सुशील कुमार गिरिया ने लिया। नवकार मंत्र का जाप कराने का लाभ राजेशकुमार क्षेणिकलाल बनवट ने लिया। चतुर्मास में नवपदी ओली का लाभ मनोरमादेवी पारसचंद्र कोठारी को प्राप्त हुआ। चल समारोह में चातुर्मास समिति के अध्यक्ष उर्जा मंत्री पारस जैन, मनीष कोठारी, शांतिलाल रूनवाल, सुशील गिरिया, नरेश बाफना, प्रकाश तल्लेरा, अनिल रूनवाल, नरेन्द्र तल्लेरा, राजमल कोठारी, नवीन बाफना, रमणलाल गिरीया, राजबहादुर मेहता, मदनलाल रूनवाल, संजय कोठारी, सुनील मेहता, दीपक डागरिया, शांतिलाल चत्तर, कपिल सकलेचा, राकेश वनवट, प्रमोद पटवा, रितेश खाबिया, रजत मेहता, शांताबहन मेहता, नीलम गिरिया, नितेश नाहटा, आदित्य भटेवरा सहित समस्त दिगंबर, श्वेतांबर जैन समाजजन शामिल हुए। 

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