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गर्भवती महिला के पेट से निकाली 17 किलो की कैंसर की गठान



45 किलो की महिला के शरीर से निकली 17 किलो की गठान, ढाई किलो का बच्चा-अब मात्र 26 किलो की-डॉक्टर ने हाई प्रोटीन डाईट देकर किया स्वस्थ
उज्जैन। 23 वर्ष की उम्र में महिला को गर्भ के साथ ही पेट में कैंसर की 17 किलो की गठान हो गई। ऐसे में बच्चे को बचाने और गांठ निकालने जैसी जटिल समस्या के बीच पहले डॉ. उमेश जेठवानी ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंशु घोष के सहयोग से नार्मल डिलेवरी करवाई तथा दो दिन बाद डॉ. जेठवानी ने ऑपरेशन कर गठान निकाली। लाखों में एक या दो को होने वाली ऐसी जटिल बीमारी का उपचार करना और भी जटिल इसलिए था क्योंकि महिला का वजन मात्र 45 किलो था, उसमें से 17 किलो की गांठ निकलने और ढाई किलो वजन का बच्चा निकलने के बाद वजन मात्र 26 किलो रह गया। 
बबली यादव उम्र 23 वर्ष निवासी चांदपुरा जिला राजगढ़ को गर्भावस्था के साथ पेट में बहुत सूजन हो गई थी। जांच में पता चला कि मरीज के पेट में कैंसर की गांठ है जो कि एक जटिल समस्या है और लाखों में एक या दो लोगों में पाई जाती है। कई जगह इलाज करवाने के बाद भी आराम नहीं मिला तो मरीज के परिजन नौ माह पूर्ण होने के बाद उसे श्री गुरूनानक अस्पताल लेकर आए जहां पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंशु घोष ने मरीज का सफलतापूर्वक प्रसव कराया जिसके दो दिन बाद डॉ. उमेश जेठवानी ने मरीज का सायटोरिडक्टिव पध्दति से ऑपरेशन कर मरीज के पेट से सत्रह किलो की कैंसर की गांठ को निकाला। एनेस्थेसिया डॉ. ज्ञानेन्द्र प्रधान की टीम द्वारा दिया गया। वर्तमान में मां और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रहा है। डॉ. उमेश जेठवानी के अनुसार महिला का वजन बहुत कम रह गया था उसे स्वस्थ वजन देने के लिए हाई प्रोटीन डाईट दी गई अब महिला स्वस्थ है तथा आम लोगों की तरह जीवन जी सकेगी। पहले इस प्रकार के ऑपरेशन इंदौर, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद जैसे देश के बड़े शहरों में बहुत अधिक खर्च में होते थे लेकिन अब शहर के श्री गुरूनानक अस्पताल में इस प्रकार के ऑपरेशन की सुविधा बहुत कम खर्च में उपलब्ध है। 

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