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‘जिंदगी का टिफिन लाया हूं’ का हुआ विमोचन



हिंदी पाठक वर्ग विशाल, अंग्रेजी लेखक भी हिंदी अनुवाद कर पाठकों तक पहुंच रहे
उज्जैन। सोशल मीडिया के बढ़ते असर के बीच ख़ास बात यह कि नई पीढ़ी के युवा पाठक हिंदी में किताबें पढ़ने को उत्सुक हैं। अंग्रेजी लेखक भी हिंदी में अनुवाद करा कर हिंदी पाठकों तक पहुँचना चाहते हैं। इसलिए कि हिंदी का पाठक वर्ग विशाल है। ऐसे में आज हिंदी में अच्छे लेखकों की कमी हैं।
यह बात हिंदी में साहित्यिक किताबों के शीर्षस्थ प्रकाशन समूह राजकमल प्रकाशन के संचालक अशोक माहेश्वरी ने पुस्तक ‘ज़िन्दगी का टिफ़िन लाया हूं’ के विमोचन अवसर पर कही। विद्या नगर स्थित ऋषि-मुनि प्रकाशन समूह के परिसर में हुए इस विमोचन अवसर पर पुस्तक के प्रकाशक और ऋषि-मुनि समूह के डायरेक्टर पुष्कर बाहेती, वरिष्ठ पत्रकार संदीप कुलश्रेष्ठ और मुनि बाहेती ने श्री माहेश्वरी का स्वागत किया। चित्रकार अक्षय आमेरिया द्वारा सज्जित इस पुस्तक में पत्रकार और लेखक डॉ. विवेक चौरसिया की सोशल मीडिया पर बहु पठनीय पोस्ट्स का संकलन हैं।

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