प्राध्यापकों ने किया प्रवेश कार्य का बहिष्कार, सातवें दिन जीडीसी कॉलेज में प्रदर्शन
उज्जैन। प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ के तत्वावधान में म.प्र. के उच्च शिक्षा विभाग के प्रोफेसरों द्वारा सातवें यूजीसी वेतनमान लागू करने की मांग को लेकर किये जा रहे प्रदर्शन के सातवें दिन जीडीसी कॉलेज में प्राध्यापकों ने प्रवेश कार्य का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। 12 जुलाई से आंदोलन का दूसरा चरण प्रारंभ हुआ जिसके तहत सायं 3 से 5 बजे तक प्रवेश कार्य का बहिष्कार किया गया।
प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ के संभागीय अध्यक्ष डॉ. बी.एस. मक्कड़ एवं सचिव डॉ. दिलीप सोनी के अनुसार म.प्र. के विभिन्न महाविद्यालयों में कार्यरत प्राध्यापकों, सहायक प्राध्यापकों, ग्रंथपालों, क्रीड़ा अध्ािकारियों एवं विश्वविद्यालय सहित उच्च शिक्षा में कार्यरत प्राध्यापकों को आज तक सातवें यूजीसी वेतनमान लागू नही हुआ है। जिसके लिये सभी ने एकमत होकर आंदोलन प्रारंभ कर रहे हैं। सातवें दिन धरने के दौरान डॉ. उल्का यादव, डॉ. आर.के. कौरव, डॉ. वी.के. गुप्ता, डॉ. प्रतिका अखंड, डॉ. अर्चना मेहरा, डॉ. मीनाक्षी नागर, डॉ. कोरलेकर, डॉ. राजाराम गोरस्या, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. भीमसेन अखंड, डॉ. ब्रजेश पारे, डॉ. रेखा खन्न, अजय सक्सेना, अनुराग टिटोव, इंद्रेश मंगल, डॉ. अनिल दीक्षित, डॉ. प्रकाश कड़ोतिया, डॉ. दिनेश सिंघल, डॉ. अमिता सिंहल, डॉ. लीना शाह आदि उपस्थित थे। तृतीय चरण में 23 जुलाई को समस्त शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे एवं विरोध स्वरूप भोपाल में आयोजित राज्य रैली में सम्मिलित होंगे।