मंदिर, मठ के लिए की घोषणा के आदेश जारी करें मुख्यमंत्री
उज्जैन। म.प्र. शासन के मुखिया शिवराजसिंह चौहान ने पिछले दिनों महाकाल मंदिर प्रांगण प्रवचन हॉल में मठ एवं पुजारियों की वर्षों पुरानी मांगे मंजूर करते हुए 5 घोषणा की थी लेकिन यह घोषणा 6 माह बीत जाने के बाद भी उस पर अमल नहीं किया गया और न ही कोई आदेश पारित हुए।
इस आशय का फैक्स मुख्यमंत्री को अभा पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक महेश पुजारी ने भेजकर ध्यान आकर्षिक कराते हुए कहा कि आप उज्जैन से जनदर्शन यात्रा के माध्यम से चुनाव की तैयारी का शंखनाद करने जा रहे हैं ऐसे में पुजारियों व मठ मंदिरों की उपेक्षा करना व की गई घोषणा पर अमल नहीं करना पुजारी एवं उनके परिवार के साथ भेदभाव किये जाने जैसा लग रहा है। मंदिरों की जमीन नीलामी पूर्ण बंद हो, मानदेय दस हजार रूपये तक हो जिससे भगवान की पूजा, आरती, भोग, रंगाई, पुताई आदि व्यवस्था सही हो सके। पुजारियों को क्रषक सुविधा मिले तथा पुजारी निवास मंदिर के पास बनाये जावे व पुजारी बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था भी की जाएगी ये घोषणाएं थी जो कब पूर्ण होगी सरकार बतावे। महेेश पुजारी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पुजारियों की मांग शीघ्र पूर्ण की जावे यदि मांग पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो अभा पुजारी महासंघ उज्जैन महाकाल की नगरी में शीघ्र महापंचायत बुलाएगी जिसमें 10 हजार पुजारी को आमंत्रित किया जाएगा तथा आगामी चुनाव में पुजारी महासंघ व पुजारी परिवार को क्या भूमिका निभाना होगी उस पर चिंतन किया जाएगा और महापंचायत में जो निर्णय होगा उस पर अमल किया जाएगा।