आसिया अंद्राबी की गिरफ्तारी से बौखलाये अलगाववादियों ने किया कश्मीर बंद का ऐलान
श्रीनगर : अलगाववादी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी की गिरफ्तारी होने और फिर दिल्ली ले जाने के बाद आज (शनिवार को) कश्मीर में बंद का ऐलान किया गया है. संगठन के प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद अलगाववादी नेताओं में गुस्सा है, जिसके बाद उन्होंने बंद का आह्वान किया है. अलगाववादी नेताओं के कश्मीर बंद के ऐलान के बाद स्थानीय पुलिस और सेना दोनों सतर्क हो गई है. किसी तरह की अनहोनी ना हो इसके लिए पहले से ही इंतजाम कर लिए गए हैं.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अलगाववादियों ने कश्मीर में बंद का ऐलान ऐसे समय में किया है, जब हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के 2 साल पूरे हो रहे हैं. ऐसे में कश्मीर में अशांति का माहौल रहने की संभावना जताई जा रही है.
इस कारण आसिया को किया गया गिरफ्तार
बता दें कि दिल्ली की एक स्थानीय अदालत ने आसिया समेत दो अन्य को कथित तौर पर देशद्रोह करने के मामले में शुक्रवार (6 जुलाई) को 10 दिन की एनआईए हिरासत में भेजा है. कोर्ट की ओर से सजा का ऐलान किए जाने के बाद ही आसिया को तुरंत दिल्ली लेकर आया गया था.
शुक्रवार को दिल्ली लाई गई आसिया
इससे पहले महिला अलगाववादी समूह दुख्तरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी और उनकी दो सहयोगियों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) शुक्रवार को दिल्ली लेकर आई. एनआईए ने राजद्रोह के मामले में तीनों को दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में पेश करेगी. सूत्रों का कहना है कि एनआईए आगे की पूछताछ के लिए तीनों को हिरासत में लेने की मांग करेगी.
8 जुलाई को वानी की मौत के दो साल पूरे
हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के 8 जुलाई को दो साल पूरे होने वाले हैं. अलगाववादियों द्वारा आहूत बंद के मद्देनजर दो अलगाववादी नेताओं को हिरासत में लिया गया है. हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक को उनके निगीन स्थित आवास में नजरबंद कर दिया गया. जेकेएलएफ के नेता यासीन मलिक को निवारक हिरासत में लिया गया है और पुलिस थाने भेजा गया है. संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) की अध्यक्षता करने वाले सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर और यासीन मलिक ने रविवार को कश्मीर घाटी में बंद का आह्वान किया है. बता दें कि वानी 8 जुलाई 2016 को अनंतनाग में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था.