ब्लॉगर ने सुषमा से कि रिक्वेस्ट, सुषमा ने कहा, 'इंतजार क्यों, लीजिए ब्लॉक कर दिया.'
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर अपनी आलोचना करने के आरोप में ब्लॉगर सोनम महाजन को ब्लॉक कर दिया है. दरअसल सुषमा स्वराज एक हिंदू-मुस्लिम दंपति को पासपोर्ट जारी करने को लेकर पिछले कुछ दिनों से ट्रोलिंग का लगातार सामना कर रही हैं.
ट्रोल्स के खिलाफ अकेली लड़ रहीं सुषमा ने अपनी आलोचना करने के आरोप में सोनम महाजन को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया. सोनम महाजन से ट्विटर पर सुषमा से सवाल पूछा था.
सोनम ने ट्वीट किया था, 'ये गुड गवर्नेंस देने आए थे. ये लो भाई, अच्छे दिन आ गए हैं. सुषमा स्वराज जी, मैं कभी आपकी फैन थी और आपके खिलाफ बोलने वालों से लड़ी थी. अब आप प्लीज मुझे भी ब्लॉक कर के इनाम दीजिए. इंतजार रहेगा.'
सुुषमा ने इस ब्लॉगर को तुरंत 'ब्लॉक' करते हुए कहा कि 'इंतजार क्यों, लीजिए ब्लॉक कर दिया.'
सुषमा स्वराज के ब्लॉक करने पर सोनम महाजन ने लिखा, 'बहुत शुक्रिया मोहतरमा. जब आपसे कोई तार्किक सवाल करे तो आप यही कर सकती हैं. हमें भी ट्रोल कैटिगरी में डाल दीजिए, आपको वोट इसलिए तो दिया था. मैं आपकी अच्छी सेहत की कामना करती हूं.'
इस घटनाक्रम के बाद ब्लॉगर सोनम महाजन ने कहा कि वह सुषमा के इस कदम से दुखी हैं, क्योंकि एक केंद्रीय मंत्री इस तरह से कैसे कर सकती हैं. लोकतंत्र में कोई किसी से सवाल पूछ सकता है. वैसे भी सुषमा ट्विटर पर हर सवाल का जवाब देने के लिए जानी जाती हैं. फिर उनका कहकर ब्लॉक कर देना तानाशाही को दर्शाता है.
मैं मोदी समर्थक, सुषमा समर्थक नहीं
'इंडिया टुडे' से बातचीत में सोनम महाजन ने कहा कि मैं मोदी समर्थक हूं और पीएम मोदी देश से लिए बेहतरीन काम कर रहे हैं और वो हमेशा मेरी गुडबुक में रहेंगे, साथ ही सोनम ने कहा कि मैं कभी न तो सुषमा की समर्थक थी और ना रहूंगी. फिर ट्विटर पर ब्लॉक से वो मेरी आवाज को नहीं दबा सकतीं.
गौरतलब है कि पासपोर्ट विवाद को लेकर वह पिछले कुछ दिनों से ट्रोल के अभद्र पोस्ट को लाइक कर अपना विरोध प्रदर्शित कर रही थीं, ये ट्रोल उन्हें निशाना बना रहे थे. सुषमा ने बीते रविवार को ट्विटर पर एक सर्वेक्षण भी किया था. उन्होंने इसमें यूजर से पूछा था कि क्या वे लोग इस तरह की ट्रोलिंग को मंजूरी देंगे. इस पर 57 फीसदी लोगों ने 'NO' में जवाब दिया था, जबकि 43 फीसदी लोगों ने 'YES' में जवाब दिया.
बता दें, लखनऊ स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के अधिकारी विकास मिश्रा के तबादले के बाद सुषमा को ट्रोल निशाना बना रहे हैं. विकास मिश्रा पर हिंदू-मुस्लिम दंपति को कथित तौर पर अपमानित करने का आरोप है. इस मुद्दे पर विदेश मंत्री का समर्थन नहीं करने को लेकर विपक्षी कांग्रेस केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना कर रही है.
वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि सुषमा को ट्रोल करना गलत है, इस मुद्दे पर टिप्पणी करने वाले वह बीजेपी के पहले नेता एवं केंद्रीय मंत्री हैं. इस बीच, आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी सुषमा के समर्थन में उतर गए. उन्होंने कहा, 'जिस तरह से सुषमा को ट्रोल किया गया और उनके खिलाफ जिस तरह का दुष्प्रचार किया गया, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरी उनसे बातचीत हुई थी लेकिन जब फैसला (पासपोर्ट के विषय पर) लिया गया था, तब वह देश में नहीं थीं.'
यह विवाद जिस वक्त हुआ था उस समय विदेश मंत्री फ्रांस, बेल्जियम और लक्जमबर्ग की आधिकारिक यात्रा पर थीं. सुषमा ने 24 जून को ट्वीट कर कहा था, 'मैं 17 से 23 जून 2018 तक भारत से बाहर थी. मैं नहीं जानती कि मेरी गैरहाजिरी में क्या हुआ. हालांकि, मुझे कुछ ट्वीट से सम्मानित किया गया. मैं उसे आपसे साझा कर रही हूं. इसलिए मैंने उन्हें लाइक किया है.'