केन्द्र ने फेसबुक को दिया निर्देश, व्हाट्सएप पर हिंसा फैलाने वाले संदेश पर तत्काल लगाये रोक
केंद्र सरकार ने फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप को निर्देश दिया है कि वह देश में गैर जिम्मेदाराना व भड़काऊ संदेश" फैलने से रोकने के तत्काल कदम उठाए। हाल ही मे इस सोशल साइट पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या के संदेश व वीडियो प्रसारित होने को देखते हुए यह निर्देश दिया गया है।
झूठे व दुष्प्रेरित संदेशों से हत्या
इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मैईटी) ने व्हाट्सएप के शीर्ष अफसरों के प्रति सख्त नाराजी जताते हुए कहा कि "कंपनी जवाबदेही व जिम्मेदारी" से बच नहीं सकती। व्हाट्सएप भडकाऊ व अफवाह आधारित झूठे संदेश रोकने की यह चेतावनी हाल ही हुई उन घटनाओं को देखते हुए दी गई है, जिनमे "जाली व दुष्प्रेरित" संदेशों के कारण निर्दोषों लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
असम, महाराष्ट्र, कर्नाटकबंगाल मे हुई घटनाएं
असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, त्रिपुरा व पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों मे हुई हत्याओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मंत्रालय द्वारा जारी बयान मे कहा गया है कि ये बेहद दर्दनाक व खेदजनक हैं। मंत्रालय ने कहा कि व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म पर ऐसे भड़काऊ संदेशों का बारबार प्रसारण गहरी चिंता का विषय है।
धुले मे पांच की हत्या
झूठे व भ्रामक संदेशों के चक्कर में ही हाल ही में महाराष्ट्र के धुले में पांच लोगों को बच्चा चोर बताकर ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला था।
तकनीकी विकल्प तलाशेगी कंपनी
उधर, कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि वह लोगों की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर हैं। उनका कहना है कि कंपनी शोध के जरिये इस तरह के संदेशों पर रोक लगाने को प्रतिबद्ध है। कंपनी ने अपने संदेश में कहा कि वह अकादमिक विशेषज्ञों के जरिए शोध कराने पर विचार कर रही है। इससे भारत की परिस्थितियों में क्या कदम उठाए जाएं, इसका बखूबी अंदाजा कंपनी को हो जाएगा।
प्रवक्ता का कहना है कि जरूरत इस बात की है कि लोगों को भ्रामक संदेशों के प्रति जागरूक किया जा सके और कोई ऐसा तकनीकी विकल्प तलाशा जाए जिससे इस तरह के संदेशों पर रोक लग सके।
सरकार करेगी वार्ता
उधर सरकार ने फैसला किया है कि बच्चा उठाने की अफवाहों पर लगाम कसने के लिए वाट्सएप और फेसबुक के प्रतिनिधियों से सरकार वार्ता करेगी। बैठक की तिथि अभी तय नहीं हो सकी है। गृह सचिव राजीव गौबा ने 16 जून को हुई बैठक में कहा था कि जिस तरह की अफवाहें सोशल मीडिया पर फैल रही हैं, उन पर लगाम कसने की जरूरत है।
प्रियंका चतुर्वेदी को धमकी देने पर केस
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी और उनके परिवार को ट्विटर पर दी गई धमकी के मामले में मुंबई की गोरेगांव पुलिस ने अज्ञात ट्विटर यूजर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 509 (महिला से अभद्रता), आईटी के साथ पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।