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प्रदेश के आयुर्वेद चिकित्सालयों में उज्जैन का चिकित्सालय सर्वश्रेष्ठ होगा


 

ऊर्जा मंत्री के विशेष प्रयासों से शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय का विस्तार होगा

पंचकर्म चिकित्सा की सबसे बड़ी यूनिट बनेगी

    उज्जैन । प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन के विशेष प्रयासों से आने वाले कुछ दिनों में चिमनगंज थाने के समीप स्थित शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सालय का विस्तार होने जा रहा है। चिकित्सालय के समीप परिसर में पंचकर्म की सबसे बड़ी इकाई बनाई जायेगी। यहां मरीजों को वीआईपी दर्जे की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। मंत्री श्री जैन ने बुधवार को निर्माण स्थल का अवलोकन किया। इस दौरान चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जेपी चौरसिया, पंचकर्म चिकित्सा इकाई के विभागाध्यक्ष डॉ.नृपेन्द्र मिश्रा, डॉ.वेदप्रकाश व्यास, डॉ.मुकेश, डॉ.शिरोमणि मिश्रा, लोक निर्माण विभाग के पीआईयू के अधिकारी और निर्माण करने वाली संस्था के इंजीनियर मौजूद थे।

    बताया गया कि पंचकर्म इकाई का विस्तार होने के बाद यह चिकित्सालय प्रदेश के सभी आयुर्वेद चिकित्सालयों में सर्वश्रेष्ठ होगा। इस प्रोजेक्ट में मंत्री श्री जैन के प्रयासों से निजी जनभागीदारी में सीएसआर फंड से भी योगदान दिया जायेगा। निर्मित होने वाली पंचकर्म यूनिट में कुल 12 वार्ड बनाये जायेंगे। इनमें छह वार्ड पुरूषों और छह वार्ड महिलाओं के लिये होंगे। केरल से पंचकर्म विशेषज्ञ स्टाफ को बुलवाया जायेगा, जिनके द्वारा मरीजों को अत्याधुनिक तरीकों से आयुर्वेदिक उपचार तथा पंचकर्म की सभी सुविधाएं प्रदाय की जायेंगी। यूनिट का निर्माण एलएनटी कंपनी द्वारा किया जायेगा। लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रोजेक्ट का नक्शा और रिपोर्ट कंपनी को सौंपी गई है। निर्माण कार्य अगले एक वर्ष में पूर्ण होने की संभावना है। एलएनटी कंपनी के सीईओ श्री पंकज शुक्ला और इंजीनियर श्री अंकित शाह भी इस दौरान मौजूद थे।

मरीजों को ऐसी सुविधाएं दें, जिनसे वे पूर्णत: संतुष्ट हों –मंत्री श्री जैन

    मंत्री श्री पारस जैन ने निर्माण स्थल का अवलोकन करने के पश्चात आयुर्वेद चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। वे अस्पताल के अग्निकर्म, रक्त विस्रावण केन्द्र, पन्नपिण्ड व नाड़ीस्वेद, सर्वांगवाष्प केन्द्र और ऑपरेशन थिएटर में गये तथा उपचार करा रहे मरीजों से उनका हालचाल पूछा। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को ऐसी सुविधाएं दें, जिनसे वे पूर्णत: संतुष्ट हो सकें, तभी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के प्रति आमजन में विश्वास बढ़ेगा।

    आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.वेदप्रकाश व्यास ने जानकारी दी कि चिकित्सालय का पुराना भवन सन 2004 में मिला था और अब पंचकर्म चिकित्सा इकाई का विस्तार भी मंत्रीजी के विशेष प्रयासों से हो रहा है। अस्पताल में फिजियोथैरेपी की यूनिट हाल ही में प्रारम्भ की गई है। यहां अपना उपचार करवाने के लिये आने वाले मरीजों को और भी सुविधाएं मुहैया कराई जायेंगी। नई इकाई में प्रायवेट वार्ड भी बनाये जायेंगे।

    डॉ.जेपी चौरसिया ने कहा कि मंत्री श्री जैन द्वारा चिकित्सालय के विकास के लिये निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्हीं के कारण आने वाले समय में इतनी बड़ी पंचकर्म यूनिट बनने का सपना साकार होगा।

हमारा प्रयास है कि आयुर्वेद चिकित्सा बहुत उन्नति करे

    मंत्री श्री जैन ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में उनकी विशेष रूचि रही है। इस पद्धति से उपचार में थोड़ा परहेज जरूर करना होता है, लेकिन इसके परिणाम दूरगामी और स्थाई होते हैं। शासन का यह प्रयास है कि आयुर्वेद चिकित्सा बहुत उन्नति करे। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विगत वर्ष इसी उद्देश्य से आयुर्वेद चिकित्सा के एम्स का शुभारम्भ किया गया। पंचकर्म चिकित्सा की ख्याति देश-विदेशों में दूर-दूर तक फैले। इकाई बन जाने के बाद इसका रख-रखाव भी उचित रूप से किया जाना चाहिये। यहां गरीबों को विशेष उपचार मिलना चाहिये। मानवीय सेवा को सर्वोपरि मानकर चिकित्सक इलाज करें। यदि उद्देश्य नेक होगा तो कार्य में सफलता जरूर मिलेगी। यह आयुर्वेद चिकित्सालय विस्तारीकरण के बाद पूरे प्रदेश और देश में उज्जैन की पहचान बनना चाहिये। इसे शीघ्र-अतिशीघ्र प्रारम्भ किया जाये। आभार प्रदर्शन डॉ.नृपेन्द्र मिश्रा द्वारा किया गया।    

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