बेटी द्वारा घर से बाहर निकाल घर को बेच दिया, परेशान कमलाबाई ने जनसुनवाई में दिया आवेदन
उज्जैन । मंगलवार को बृहस्पति भवन में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई में आये 170 मामलों पर कार्यवाही की गई। उज्जैन के रामी नगर निवासी कमलाबाई पति गेंदालाल ने आवेदन दिया कि उनकी बेटी और नातीन ने उन्हें उनके घर से बाहर निकाल दिया है और उनके स्वामित्व के मकान को फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच दिया है। आवेदिका को उसका मकान पुन: दिलवाया जाये। इस पर एसडीओ राजस्व उज्जैन को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
यंत्र महल मार्ग निवासी बुलीबाई पति स्व.रूगनाथ ने आवेदन दिया कि वे वर्तमान में काफी समय से उनके द्वारा दिये गये पते पर निवास कर रही हैं। वे विधवा हैं और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही हैं। उनकी कोई सन्तान नहीं है। कुछ समय पूर्व उनके पास कुछ लोग आये और उन्होंने आवेदिका को शासन द्वारा प्राप्त पट्टे की जमीन पर कब्जा कर वहां सीमेन्ट, गिट्टी और सरिये की दुकान खोल दी है। आवेदिका द्वारा मना करने पर उक्त लोगों द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को मामले की जांच करने के लिये आवेदन अग्रेषित किया गया।
पंवासा निवासी प्रेम पिता मदनलाल ने आवेदन देकर शिकायत की कि उन्होंने उनके स्वामित्व के मकान की रजिस्ट्री कुछ दिनों पहले लोन के लिये उनके मित्र को दी थी, परन्तु आज दिनांक तक उक्त व्यक्ति द्वारा आवेदक को न तो लोन दिलाया गया है और न ही उनके मकान की रजिस्ट्री उन्हें दे रहा है। आवेदक द्वारा रजिस्ट्री की मांग करने पर वह व्यक्ति आनाकानी व टालमटोल कर रहा है। आवेदक ने उनके मकान की रजिस्ट्री दिलवाने की गुहार लगाई। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को मामले की जांच हेतु आवेदन अग्रेषित किया गया।
ग्राम खरड़िया मानपुर तहसील महिदपुर निवासी देवा पिता नन्दाजी ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित उनकी भूमि इन्दौख बैराज जलाशय के डूबत क्षेत्र में आ रही है। उनकी भूमि का सर्वे अभी तक नहीं किया गया है। भूमि पर स्थित उनका कुआ भी डूब में आ रहा है। आवेदक ने उनकी भूमि का सर्वे करवा कर उन्हें मुआवजा दिलाने का निवेदन किया। इस पर कार्यपालन यंत्री जल संसाधन को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
अमरदीप नगर नानाखेड़ा नगर निवासी सीताबाई पति कन्हैयालाल राठौर ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व के मकान पर उनके पुत्र, बहू और पोते-पोती द्वारा जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है और जबर्दस्ती मकान को उनके नाम कराये जाने के लिये आवेदिका पर दबाव बनाया जा रहा है। आयेदिन आवेदिका के घर वाले उनके साथ दुर्व्यवहार कर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, अत: उन लोगों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाये। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को मामला जांच के लिये भेजा गया।
ग्राम शकरखेड़ी तहसील महिदपुर निवासी नारायण पिता मांगीलाल ने आवेदन दिया कि उनके पिता द्वारा पैतृक कृषि भूमि का कुछ वर्ष पूर्व आवेदक और उनके भाई के मध्य बंटवारा कर दिया गया था और दोनों भाईयों को चार-चार बीघा जमीन प्रदाय की गई। तब से वे और उनके भाई अपने-अपने हिस्से की जमीन पर कृषि कर रहे हैं, लेकिन गांव के पटवारी द्वारा उनके हिस्से की जमीन उनके भाई को और भाई के हिस्से की जमीन उनके नाम कर दी गई है। आवेदक ने बताया कि जमीन के कागजात में सुधार करवाने पर पटवारी द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है। इस पर एसडीओ राजस्व महिदपुर को पूरे मामले की जांच कर दोषी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम सिमरोल तहसील महिदपुर निवासी नारायणसिंह पिता फतेहसिंह, रामसिंह पिता लादूसिंह, बहादुरसिंह पिता नखसिंह और श्यामसिंह पिता नेमसिंह ने आवेदन दिया कि ग्राम पंचायत डुंगरखेड़ी के सरपंच द्वारा उनके गांव में स्थित मांगलिक भवन में भूसा भरवा दिया गया है, जिससे गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव के माध्यमिक स्कूल के सामने सरपंच द्वारा मिट्टी की खुदाई कर अपने खेत में उस मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है, जिससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के गहरे गड्ढे में गिर जाने का खतरा है। यहां तक की सरपंच के सहयोगियों ने गांव में स्थित नाले की जमीन पर कब्जा कर लिया है, जिस कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। गन्दा पानी स्कूल भवन के सामने से होकर गुजर रहा है, जिससे बच्चों में कई संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा है, अत: उक्त सरपंच पर शीघ्र कार्यवाही की जाये। इस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को तत्काल जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा गया।
ग्राम खेरखेड़ी निवासी शिवसिंह पिता लालसिंह ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित उनके खेत पर से जाने वाली बिजली की लाईन बहुत नीची है और एक कमजोर लकड़ी के खंबे पर टिकी है। उनके द्वारा पूर्व में इस सम्बन्ध में कई बार लाईनमेन को शिकायत की गई, परन्तु इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस वजह से गांव में कभी भी जनहानि और पशुओं के साथ कोई दुर्घटना घटित हो सकती है, अत: उक्त हाईटेंशन लाईन को उनके क्षेत्र से हटवाया जाये। इस पर एमपीईबी घट्टिया की संचालन एवं संधारण शाखा को तत्काल मौका निरीक्षण कर शीघ्र कार्यवाही करने को कहा गया।
ग्राम पीरझलार तहसील बड़नगर निवासी करण प्रजापत पिता रामचन्द्र प्रजापत ने आवेदन देकर शिकायत की कि सरपंच और सचिव द्वारा उनके गांव में हो रहे सीमेन्ट-कांक्रीट रोड के निर्माण में घटिया सामग्री मिलवाई जा रही है। इस कारण रोड जगह-जगह से टूट रही है और उसके बीच में दरारें भी पड़ गई हैं। रोड बनाने में शासकीय नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। इस प्रकार सरपंच और सचिव द्वारा शासकीय पैसे का दुरूपयोग किया जा रहा है। इस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार अन्य मामलों में अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई की गई।