सुख शांति अच्छे मनुष्य पैदा करने से आएगी- कालीचरण शर्मा
उज्जैन। गायत्री परिजन युग नेतृत्व के लिए तैयार रहें। सेवा कार्य में
अपना सौ प्रतिशत लगाइए क्योंकि सर्वाेत्कृष्ट ढंग से किया गया काम ही
पूजा है। भारत का हर गांव तीर्थ है जहाँ देव तुल्य लोग रहते हैं। प्रदेश
के इन्हीं 51 हजार ग्राम तीर्थ की परिक्रमा करने का लक्ष्य हमने पावन
पुरुषोत्तम माह में महाकाल की नगरी में लिया है।
यह उद्गार शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे राष्ट्रीय झोनल समन्वयक कालीचरण
शर्मा ने गायत्री परिवार की प्रांतीय गोष्ठी में परिजनों को विदाई पाथेय
उद्बोधन में व्यक्त किए। ग्राम तीर्थ प्रदक्षिणा योजना की विस्तृत
जानकारी देते हुए मध्यझोन शांतिकुंज हरिद्वार समन्वयक विष्णु भाई पंड्या
ने परिजनों को बताया कि जबरन पापाचार कराने वाले मैले कुचैले दूषित कणों
को सविता देवता सदाचारी बना देते हैं। पूर्व जन्म के संचित पाप अच्छे काम
के लिए समयदान नहीं करने देते। पूर्व जन्म के पापों को काटने के लिए
समयदान जरुरी है। टी.वी. और मोबाइल दोनों हमारे समय के चोर हैं। इस
गोष्ठी में समूह चर्चा के निष्कर्षों के अनुसार प्रदेश में 21 जून को
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 250 से अधिक स्थानों पर सामूहिक योगाभ्यास,
गायत्री जयंती 22 जून 2018 को प्रत्येक जिले में एक हजार स्थानों पर
दीपयज्ञ, दमोह जिले में 200 से अधिक किसानों को मधुमक्खी पालन से जोड़ने,
खंडवा जिले में 11 सौ कन्याओं को पौरोहित्य में प्रशिक्षित कर मकर
संक्रांति पर 1100 घरों में यज्ञ करने, वनवासी क्षेत्रों में स्वावलम्बी
लोक सेवा मंडल बनाने, 200 से अधिक आदर्श विवाह समारोह करने, व्यसन मुक्त
स्वर्णिम प्रदेश बनाने के लिए संकल्प समारोह करने, आगामी वर्षा ऋतु में
सभी जिलों में कम से कम एक हजार पौधों को सुरक्षित स्थान पर लगने इसके
तहत ग्राम इमलीखेड़ा तहसील कालापीपल जिला शाजापुर में तरूपुत्र रोपण
महायज्ञ 22 जुलाई 2018 को आयोजित किया जा रहा है। इसमें गायत्री परिवार
के प्रमुख डॉ प्रणव पण्डया की गरिमामय उपस्थिति में पांच हजार पौधों का
रोपण किया जाएगा। जिला स्तर के गायत्री शक्तिपीठ पर जल संरक्षण
कार्यशालाओ का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक जिले में 2000 युवाओं के सतत
मार्गदर्शन के लिए प्रकोष्ठ स्थापित करने का फैसला लिया गया।
संस्कार शिविर का शुभारंभ आज
प्रचार प्रसार सेवक देवेन्द्र श्रीवास्तव के अनुसार छात्र संस्कार शिविर
का शुभारंभ आज 11 जून सोमवार को सुबह 9.30 बजे गायत्री शक्तिपीठ पर जल
पुरूषयोगेन्द्र गिरिजी के मुख्य आतिथ्य में होगा।