गौशालाओं के विकास के लिए समाज को भी आगे आना होगा- मंत्री श्री जैन
ऊर्जा मंत्री श्री जैन द्वारा 27 गौशालाओं को, 75 लाख रुपये से अधिक की राशि के चैक वितरीत
उज्जैन । प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन द्वारा गुरूवार को उप संचालक पशु पालन विभाग कार्यालय में 27 गौशालाओं को 75 लाख 99 हजार 15 रुपये की राशि के चैक वितरीत किए गये। उल्लेखनीय है कि जिले में 29 पंजीकृत गौशालाओं में से 27 गौशालाओं को वर्ष 2018-19 में अनुदान हेतु पात्र पाया गया है। मध्यप्रदेश राज्य गौ पालन एवं पशु संवर्धन बोर्ड द्वारा उक्त राशि प्राप्त की गई जिसके चैक मंत्री श्री जैन द्वारा गौशाला संचालकों को वितरीत किए गये।
ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने इस अवसर पर कहा कि गौशालाओं के विकास के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं परंतु इसमें समाज को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि समाज का एक सक्षम व्यक्ति यदि कम से कम एक गाय को पालना शुरू कर दे तो गौमाता की काफी अच्छी देखभाल हो सकेगी। इसके लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। गाय हमारे लिये केवल पशु नहीं बल्कि उसे हमारी संस्कृति में माता का दर्जा दिया गया है। गाय का दूध बहुत पौष्टिक होता है और बाकि गौ उत्पादों के गुणों के बारे में भी हम सभी भलीभाँति जानते हैं। मंत्री श्री जैन ने कहा कि हमारे घर में भी भोजन के दौरान बनने वाली पहली सात रोटियाँ गाय माता के लिए बनती है।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा गौ पालन एवं पशुधन संवर्धन पर समय-समय पर संगोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है जो कि प्रशंसनीय है। ऐसी संगोष्ठियां निरंतर होनी चाहिए। इनमें जो वैचारिक मंथन होगा उससे निश्चित रूप से गौवंश और गौपालन के विकास के लिए कई नवीन योजनाएं बनेगी। हमारी गौशालाएं विकसीत हों और गौमाता का ध्यान अधिक से अधिक लोग रखें, यही कामना है। मंत्री श्री जैन ने अपनी ओर से गौशाला संचालकों को शुभकामनाएं दी, साथ ही उन्होंने पशु चिकित्सकों से अपील की कि यदि किसी गाय या अन्य पशु के बीमार या पीड़ीत होने की जानकारी मिले तो जहां तक संभव हो वे स्वयं जाकर पशु का ईलाज करें ना कि पशु को चिकित्सालय लायें।
कार्यक्रम के दौरान अपर कलेक्टर श्री दीपक आर्य, उप संचालक पशु पालन डॉ. एच.वी. त्रिवेदी, संयुक्त संचालक डॉ. एन.के. बामनिया, गोपालदास गौशाला के संचालक श्री रामराघव दासजी, शीतलामाता गौशाला के संचालक स्वामी बालकृष्णदास जी एवं अधिकारीगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पशु चिकित्सा अधिकारी श्री राजेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा किया गया।
स्वामी बालकृष्ण दास ने प्रस्ताव रखा कि उज्जैन में गोबर गैस प्लांट लगाया जाए जिससे मीथेन गैस और अन्य उपयोगी उत्पाद प्राप्त हो सकें और गौशालाओं को आत्म निर्भर बनाया जा सके। आभार प्रदर्शन डॉ. प्रीति जैन द्वारा किया गया।