समर्थन मूल्य का चना, सरसों और मसूर रिसायकल हुआ तो गोडाउन मालिक एवं बेचने वाले व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज होगी
कलेक्टर ने सख्त आदेश जारी किये
उज्जैन | उज्जैन जिले में किसानों का समर्थन मूल्य पर खरीदा गया चना, सरसों और मसूर गोडाउन में भण्डारित किया गया है। जिला प्रशासन को इस आशय की सूचना प्राप्त हुई कि कतिपय व्यक्तियों द्वारा चना, सरसों एवं मसूर गोडाउन से निकालकर पुन: समर्थन मूल्य पर बेचा जा रहा है अथवा बेचने का प्रयास किया जा रहा है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह द्वारा इस तरह की गतिविधियों पर संज्ञान लेते हुए सख्त कार्यवाही करने के निर्देश जिले के सभी एसडीएम को दिये गये हैं। उन्होंने स्पष्ट हिदायत दी है कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के गोडाउनों को सील कर स्कंध का सत्यापन करें। स्टाक में हेराफेरी पाये जाने पर सम्बन्धित गोडाउन मालिक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जाये।
कलेक्टर ने जिले के सभी मंडी सचिवों को भी कहा है कि रिसायकलिंग की प्रक्रिया की जानकारी मंडी सचिवों की नजर से बच नहीं सकती है, इसलिये यदि रिसायकलिंग होना पाया गया तो मंडी सचिवों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने कहा है कि गोडाउन में रखा हुआ समर्थन मूल्य का चना, सरसों एवं मसूर किसानों से खरीदा हुआ है एवं इसकी हेराफेरी करने वाले व्यक्तियों से कड़ाई से निपटा जायेगा।
तराना में गोडाउन की जांच में गड़बड़ी पकड़ी
सम्बन्धितों के विरूद्ध कार्यवाही
कलेक्टर के निर्देश पर रिसायकल करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिये एसडीएम तराना श्री अवधेश शर्मा के नेतृत्व में तराना के ग्राम मुंडली स्थित कृष्ण वेयर हाउस में रखे विशाल चना एवं देशी चना का भौतिक सत्यापन किया गया। भौतिक सत्यापन मंडी सचिव, निरीक्षकों की उपस्थिति में किया गया। भौतिक सत्यापन में पाया गया कि गोडाउन के स्टाक रजिस्टर में 3 हजार बोरी चना होना दर्ज है। मौके पर 462 बोरी चना कम पाया गया। निरीक्षण दल द्वारा वेयर हाउस के मैनेजर एवं कर्मचारी की उपस्थिति में पंचनामा तैयार कर स्टाक की गणना की गई। प्रशासन स्तर पर इसकी जांच जारी है। जैसे ही सिद्ध होता है कि 462 बोरी चने की हेराफेरी की गई है या रिसायकल किया गया है तो सम्बन्धित गोडाउन मालिक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जायेगी।