मजदूरों के हित में मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों के साथ बर्बरता
सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग का आरोप-मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, नगर निगम कर्मचारी, जिला पंचायत कर्मचारियों का भीड़
के रूप में किया उपयोग
उज्जैन। असंगठित मजदूर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में रविवार दोपहर
11.30 पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मजदूर साथियों के साथ सी-21 मॉल
नानाखेड़ा बस स्टैंड पर श्रमिक मजदूर भाईयों-बहनों पर हो रहे अत्याचार के
खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का विरोध कर प्रदर्शन किया। विरोध
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों पर पुलिस द्वारा बर्बर कार्रवाई करते हुए
गिरफ्तारी ली गई। सभी को खींचते हुए वेन में बैठाया और थाने ले गए।
कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री द्वारा की गई सभा में सरकारी मशीनरी के
दुरूपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भीड़ जुटाने के लिए आंगनबाड़ी
कार्यकर्ता, नगर निगम कर्मचारी, जिला पंचायत के कर्मचारियों को भीड़ के
रूप में बुलवाया गया।
असंगठित मजदूर कांग्रेस कमेटी के उज्जैन शहर जिला अध्यक्ष दीपक मेहरे,
भरत पोरवाल ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने
प्रदेश में अनेकों व्यवसाय की घोषणाएं की लेकिन आज तक आम जन को इसका लाभ
नहीं मिल पा रहा है। योजना छोटी होती है लेकिन उसका प्रचार प्रचार पर
करोड़ों खर्च कर रहे हैं। धरातल पर इसका लाभ नहीं मिल रहा। दीपक मेहरे ने
बताया कि भाजपा सरकार ने 15 वर्षों में अचानक सरकारी मशीनरी का उपयोग कर
पूरे प्रदेश की 7 करोड़ 50 लाख जनसंख्या वाले प्रदशे में 2 करोड़ मजदूरों
का पंजीयन करवाया गया। उज्जैन जिले में लगभग 2 लाख श्रमिकों का पंजीयन
किया गया। यह सब राजनीतिक हथकंडे हैं व प्रदेश की जनता को गुमराह करने का
प्रयास घोषणावीर योजनावीर शिवराजसिंह द्वारा किया जा रहा है। श्रमिकों को
उनका अधिकार नहीं मिल पा रहा। कलेक्टर रेट पर भुगतान नहीं दिया जाता। जिस
फैक्ट्री में मजदूर काम करता है वहां ठेकेदार तथा फैक्ट्री मालिक की
सांठगांठ के कारण मजदूरों को नुकसान हो रहा है। मध्यप्रदेश का मजदूर
परेशान है। बिनोद बिमल मिल के श्रमिकों को उनका भुगतान नहीं मिल रहा। हाई
कोर्ट से प्रकरण जीतने के बाद भी प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील
कर मिल मजदूरों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। तमाम मुद्दों को लेकर
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का विरोध किया गया। पुलिस
प्रशासन द्वारा कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर पुलिस वेन में भरकर ले जाया
गया और आंदोलन नहीं करने दिया। नानाखेड़ा थाने में ले जाकर बंद कर दिया।
जब पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू को मालूम पड़ा तो वे थाने पहुंचे और
अधिकारियों पर बरसे। गुड्डू कांग्रेसियों को छुड़ाकर ले आए तथा प्रदेश में
बैठी भाजपा सरकार के खिलाफ गरजते हुए बोले यह घोषणावीर शिवराज सरकार है,
मजदूर परेशान है, किसान परेशान है, आम जनता परेशान है। अब समय आ गया है
भाजपा सरकार का व शिवराजसिंह चौहान का हर तरह से विरोध किया जाएगा और
घोषणावीर की सरकार को उखाड़ फैंकना है। विरोध प्रदर्शन के दौरान शहर
कांग्रेस अध्यक्ष अनंतनारायण मीणा, जिलाध्यक्ष जयसिंह दरबार, अजीतसिंह
ठाकुर, संजय ठाकुर, रवि भदौरिया, बद्री मरमट, सुरेन्द्र मरमट, करण
कुमारिया, हरिओम पोरवाल, शक्ति वर्मा, डॉ. हरिशंकर मरमट, देवव्रत यादव,
रमेश परिहार, अशोक उदयवाल, अजय मरमट, शेरू पटेल, गोपाल यादव, राजकुमार
केरोल, विक्रम सिसौदिया, आशीष भदाले, विनोद पोरवाल, हरिश ललावत,
पुरषोत्तम उदयवाल, सुनील गोठवाल, मनोहर चावंड, सतीश मरमट, कमलेश टटवाल,
अशोक मेहर सहित 40 लोगों ने गिरफ्तारी दी।