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नृसिंह घाट का सौन्दर्यीकरण ऐसा हो कि लोग देखते रह जायें –मंत्री श्री जैन


नृसिंह घाट पर बनेगा सन्त टेऊंराम द्वार, होंगे और भी विकास के कार्य, मंत्री श्री जैन ने भूमि पूजन किया

    उज्जैन। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने शुक्रवार को नृसिंह घाट पर होने वाले विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन किया। इस दौरान नगर निगम सभापति श्री सोनू गेहलोत, श्री शिवा कोटवानी, सन्त श्री प्रेमप्रकाश ट्रस्ट के पदाधिकारी, श्री सांवलदास, सन्तगण और गणमान्य नागरिक मौजूद थे। मंत्री श्री जैन ने इस अवसर पर कहा कि नृसिंह घाट शहर के प्रमुख घाटों में से एक है। काफी समय से इस क्षेत्र का कायाकल्प किये जाने पर विचार-विमर्श चल रहा था। नृसिंह घाट का सौन्दर्यीकरण एवं विकास ऐसा होना चाहिये कि लोग देखते रह जायें और बार-बार यहां आयें। उल्लेखनीय है कि नृसिंह घाट पर प्रमुख पर्वों के दौरान लोग स्नान और पूजन-अर्चन के लिये आते हैं। वैसे भी प्रतिदिन यहां पुरोहितों द्वारा कर्मकाण्ड और अन्य अनुष्ठान किये जाते हैं।

    मंत्री श्री जैन ने स्थानीय समाजजनों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से घाट के सौन्दर्यीकरण हेतु किये जाने वाले विकास कार्यों के बारे में चर्चा की। इसके साथ ही घाट पर निर्मित होने वाले कार्यों का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि नृसिंह घाट पर सन्त टेऊंराम द्वार निर्मित किया जायेगा। इस द्वार का निर्माण आधुनिक तरीके से किया जायेगा। इस द्वार में विद्युत कनेक्शन इनबिल्ट रहेगा, जो रात्रि के समय प्रकाशित होकर नृसिंह घाट की आभा बढ़ायेगा।

 

    नृसिंह घाट के परिसर में मंत्री श्री पारस जैन ने निर्माण करने वाली एजेन्सी के अधिकारी से कहा कि यहां 2 विशाल शेड निर्मित किये जायें, जो छत्र के आकार के हों, ताकि गर्मी की तेज धूप से लोग बच सकें और यहां विश्राम करें। नृसिंह घाट पर पेयजल की भी उचित व्यवस्था होनी चाहिये। परिसर के बाहर शौचालय का भी निर्माण करवाया जाना चाहिये। बताया गया कि स्नान घाट के समीप दीवार पर कुछ आकर्षक मूर्तियां भी लगवाई जायेंगी, जिससे घाट का सौन्दर्यीकरण और आकर्षण बढ़ेगा। मंत्री श्री जैन ने कहा कि घाट पर स्वच्छता बनाये रखने के लिये भी आवश्यक कदम उठाये जाने चाहिये।

चर्चा के दौरान बताया गया कि जहां स्नान किया जाता है, वहां पानी मापने के यंत्र भी लगाये जायेंगे। स्नान घाट पर सीमेन्ट, एफआर और मार्बल का प्रयोग निर्माण कार्यों के लिये किया जायेगा। स्नान घाट के समीप ही महिलाओं की सुविधा के लिये चेन्जिंग रूम भी बनाये जायेंगे। स्नान घाट की दीवारों पर समुद्र मंथन व अन्य पौराणिक घटनाओं की झांकियों का चित्रण किया जायेगा।

 

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