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बाबा महाकाल से की नेताओं, अधिकारियों को सद्बुध्दि देने की प्रार्थना


ताकि हिंदू राष्ट्र स्थापना में आ रही बाधाएं दूर हों और उज्जैन को धार्मिक नगरी घोषित करें

उज्जैन। अखिल भारत हिंदू महासभा, म.प्र. युवा शिवसेना गौरक्षा एवं हिंदू जनजागृति समिति सनातन संस्था द्वारा हिंदुराष्ट्र के प्रेरणा स्त्रोत गुरूदेव डॉ. जयंत बालाजी आठवले के 76वें जन्मोत्सव के निमित्त, हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान के अंतर्गत हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य में आनेवाली बाधाएं दूर हो, इस हेतू भगवान बाबा महाकाल के चरणों में प्रार्थना की गई। बाबा महाकाल के चरणों में भारत देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के साथ ही उज्जैन को धार्मिक नगरी घोषित करने की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र भी सौंपा गया। 

गौरक्षा इकाई के प्रांताध्यक्ष मनीषसिंह चौहान के अनुसार इस अवसर पर हिन्दू जनजागृती समिति के मध्यप्रदेश राज्य समन्वयक योगश व्हनमारे, उज्जैन जिला सेवक श्रीराम काणे, सनातन संस्था से हेमंत जुवेकर उपस्थित थे। महाकाल के चरणों में प्रार्थना पत्र सौंपकर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के साथ उज्जैन नगरी को पवित्र नगरी घोषित करने की मांग करते हुए भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के साथ केंद्र सरकार, राज्य सरकार, जिला प्रशासन को सद्बुद्धि देने की कामना की। ज्ञापन देने के बाद भगवान महाकाल के प्रांगण में प्रार्थना भी की कि भगवान ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों, भ्रष्ट नेताओं को भी सद्बुद्धि दें जो उज्जैन जैसी पावन नगरी को पवित्र नगरी घोषित नहीं कर पा रहे हैं और न ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर रहे। इस अवसर पर मनीषसिंह चौहान, कृष्णा मालवीय, मुरली निगम, भारतसिंह दरबार, पवन बारोलिया, नंदकिशोर पाटीदार, राजवीरसिंह चौहान, राहुल मिश्रा, राहुल, मोहन ठाकुर, रणवीरसिंह चौहान, विश्वासिंह चौहान, हाईकोर्ट एडवोकेट हरीश राठौर, विशाल चौबे सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मनीषसिंह चौहान ने कहा कि भारत देश में हिंदू बहुसंख्यक होने के बावजूद इसे हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया जाता है साथ ही बहुसंख्यकों के हितों की रक्षाके लिए शासन भी कतई गंभीर नहीं है। वहीं उज्जैन संभाग के अंतर्गत आने वाले मंदसौर शहर को शासन द्वारा धार्मिक नगरी घोषित किया गया है लेकिन ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर, शक्तिपीठ मां हरसिध्दि मंदिर, सप्तसागर, 9 नारायण, 84 महादेव सहित अनेकानेक ऐतिहासिक प्राचीन महत्व के मंदिर होने के बावजूद उज्जयिनी को आज तक धार्मिक नगरी घोषित करना तो दूर भाजपा, कांग्रेस के किसी नेता ने इस दिशा में आवाज उठाना तक मुनासिब नहीं समझा। इससे बड़ी दुख की बात है कि करीब दो वर्ष पूर्व तत्कालीन जिलाधीश कवीन्द्र कियावत द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर के 2 कि.मी. के परिक्षेत्र में मांस मदिरा को प्रतिबंधित करने हेतु आदेश जारी किया गया था लेकिन कलेक्टर के लिखित आदेश को ही जिम्मेदार घोलकर पी गए। शहर में खुलेआम मंदिर के आसपास मांस, मदिरा का विक्रय हो रहा है और श्रध्दालुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं। मृत्युलोक के अकर्मण्य, धर्म विमुख प्राणियों द्वारा धर्म की उपेक्षा करने से मन की वेदना महाकाल के श्री चरणों में अर्पित करते हुए विनती की कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और उज्जैन को धार्मिक नगरी घोषित किया जाए। इस हेतु राज्य व केन्द्र शासन सहित भाजपा नेताओं व भाजपा के जनप्रतिनिधियों को सद्बुध्दि देने की प्रार्थना भी बाबा महाकाल से की।

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