म.प्र. मलखंब एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी अवैधानिक
न वर्तमान सचिव को पता, न कमेटी को, दो लोगों ने मिलकर कर दी कार्यकारिणी की घोषणा
उज्जैन। मध्यप्रदेश मलखंब एसोसिएशन के सचिव किशोरी शरण श्रीवास्तव ने 21
फरवरी 2018 को मध्यप्रदेश की नई कार्यकारिणी की घोषणा को अवैधानिक बताया
है। श्रीवास्तव के अनुसार वर्तमान एवं पूर्व अध्यक्ष डॉ. बमशंकर जोशी
लंबे अरसे से अस्वस्थ है तथा बेड पर हैं। ऐसे में बमशंकर जोशी की संतुति
पर मात्र दो लोगों के साथ मिलकर नई कार्यकारिणी मध्यप्रदेश संघ की घोषणा
कर दी गई। इसकी जानकारी न तो वर्तमान सचिव को दी न ही कमेटी के अन्य
सदस्यों को। सबसे विचित्र बात यह रही कि नई कार्यकारिणी मध्यप्रदेश मलखंब
की जो घोषित हुई है उसमें जो पदों पर नियुक्ति किये गये उन सदस्यों को
खुद यह नहीं मालूम की उन्हें कब पद मिल गये और म.प्र. मलखंब संघ के
पदाधिकारियों में उनका नाम कैसे आ गया।
किशोरीशरण श्रीवास्तव के अनुसार नियमानुसार चुनाव के लिए किसी भी
कार्यकारिणी की बैठक की सूचना वर्तमान सचिव के द्वारा कमेटी के सभी सदस्य
एवं संबंधित जिला इकाईयों के सदस्यों को 40 दिन पूर्व दी जाती है एवं
सक्षम अधिकारी के अधिनस्थ इसकी सूचना साधारण सभा में की जाती है। साथ ही
इसके पूर्व में भारतीय मलखंब महासंघ को सूचित किया जाता है, पर ऐसा इस
नयी कार्यकारिणी में नहीं हुआ। प्रेस विज्ञप्ति में आशीष मेहता द्वारा
सूचना दी गई कि नई कार्यकारिणी के लिए साधारण सभा की बैठक आयोजित की गई
थी तो उसके लिए कमेटी के किसी भी सदस्य को जानकारी नहीं थी कि साधारण सभा
की बैठक कब आयोजित की गयी। जैसा कि बमशंकर जोशी, आशीष मेहता द्वारा जारी
प्रेस विज्ञप्ति में अवगत कराया गया था। इसका विरोध मध्यप्रदेश की
विभिन्न जिला इकाइयां रतलाम जिला सचिव ओमप्रकाश त्रिवेदी, खंडवा से
दयाराम पटेल, दतिया से राजेन्द्र तिवारी, शाजापुर से गौरव वर्मा, छतरपुर
से सूरज निगम आदि ने किया है।
अनियमितताओं के कारण कई संस्थाओं ने निष्कासित किया मेहता को
वर्तमान अवैधानिक कार्यकारिणी के महासचिव आशीष मेहता द्वारा वर्ष 2014
में आयोजित चुनाव में भी अपनी पुरजोर दावेदारी की थी किंतु संपूर्ण
प्रदेश ने उन्हें नकार दिया था साथ ही मेहता को भारतीय मलखंब महासंघ
द्वारा भी खेल विरूध्द गतिविधि करने पर उन्हें महासंघ द्वारा तुरंत
प्रभास से हटा दिया गया था। इसके साथ ही मेहता को उनकी मात्र संस्था श्री
अप्राजी व्यायाम शाला जहां से आप खेले विक्रम एवं विश्वामित्र अवार्ड
लिया तथा सहसचिव पद पर भी रहे, उस संस्था द्वारा भी इन्हें संस्था में
गड़बड़ियां करने तथा आर्थिक अनियमितता करने के कारण स्थाई रूप से निष्कासित
कर दिया गया है। साथ ही आप वर्तमान में जिला मलखंब संघ के सचिव पद पर
नियुक्त हैं वहां भी आपके द्वारा संस्था के मात्र कागजों पर चुनाव कराते
आ रहे है। मलखंब जगत की ऐसी कई अनियमिताओं में मेहता सलग्न हैं।