मॉब लिंचिंग पर लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे जताया विरोध, कहा ‘हर नागरिक हो जीने का अधिकार’
लोकसभा में भीड़ की हिंसा पर चर्चा के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने भीड़ की हिंसा पर कहा कि मैं और पूरा सदन इस तरह की घटनाओं खंडन करते हैं. पूरे देश में भय और आतंक का माहौल है. पूरी दुनिया में हिन्दुस्तान की छवि खराब हो रही है. कई शहरों में भीड़ द्वारा हिंसा और अव्यवस्था का सिलसिला नहीं थम रहा. जो भी कोई मारा जा रहा है, चाहे वह धर्म के नाम पर हो या गो हत्या के नाम पर, इसे लेकर रोष का माहौल है.
निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है. इस देश के हर नागरिक को जीने का अधिकार है. देश में एनडीए सरकार के कदम पड़े हैं तब से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. ऐसा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर सरकार की तरफ से भी हो रहा है. ऐसी घटनाओं पर प्रधानमंत्री कुछ नहीं कहते हैं. हम तो सदन में रोज आते हैं. पीएम मोदी तो अमावस को एक बार शक्ल दिखाकर चले जाते हैं. इस 70 साल में ऐसी घटनाएं कभी नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि पीएम कहते हैं कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी. ऐसे लोगों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. कितने लोगों पर केस दर्ज किया गया है. उन्होंने संसद में कुछ घटनाओं का जिक्र किया. अलवर की घटना का जिक्र किया. जम्मू की घटना और उज्जैन की घटना का जिक्र किया.
खड़गे ने गुजरात में दलित लड़कों की पिटाई का मामला भी उठाया. उन्होंने दिल्ली के पास जुनैद की पीटकर की गई मौत का मामला भी उठाया. कांग्रेस नेता ने कहा कि इस घटना के बाद देश में यह संदेश गया कि ऐसी घटना पर कोई कार्रवाई नहीं होती. खड़गे ने सदन के जरिए सरकार से पूछा कि कितने गोरक्षकों पर केस दर्ज किया गया है. सरकार ने क्या कार्रवाई की है. खड़गे ने यूपी में बीजेपी सांसद पर समर्थकों के साथ एसएसपी के घर पर हमले की घटना का भी जिक्र किया. खड़गे ने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं