मोदी-आडवाणी-शाह की मौजूदगी में कोविंद ने भरा नॉमिनेशन
नई दिल्ली @ एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने संसद भवन में नॉमिनेशन फाइल कर दिया। उनके साथ नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, अमित शाह, मुरली मनोहर जोशी और सुषमा स्वराज मौजूद थे। अमित शाह और अन्य बीजेपी नेता भी पहले ही वहां पहुंच गए थे। जेडीयू ने कोविंद को सपोर्ट दिया है, लेकिन पार्टी का कोई नेता नॉमिनेशन के वक्त नहीं था। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग 17 जुलाई होगी। काउंटिंग 20 जुलाई को कराई जाएगी। मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का टेन्योर 24 जुलाई को खत्म होगा। अगर कोविंद चुने जाते हैं तो वे ऐसे पहले प्रेसिडेंट होंगे, जो यूपी से होंगे। देश में फिर प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति, दोनों यूपी से होंगे। कोविंद के खिलाफ विपक्ष ने पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को अपना दावेदार बनाया है।
नॉमिनेशन के पहले सेट का प्रपोजल पीएम की ओर से...
- कोविंद के नॉमिनेशन के लिए बीजेपी ने चार सेट तैयार किए। पहले सेट का प्रपोजल नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह की ओर से रखा गया। दूसरा सेट के लिए प्रपोजल अमित शाह और अरुण जेटली ने रखा।
- तीसरे सेट का प्रापोजल शिरोमणि अकाली दल के लीडर प्रकाश सिंह बादल और वेंकैया नायडू की ओर से रखा गया। वहीं, चौथे सेट के लिए आंध्र प्रदेश के सीएम एम चंद्रबाबू नायडू और सुषमा स्वराज प्रस्तावक थे।
कोविंद ने कहा- राष्ट्रपति पद दलगत राजनीति से ऊपर है
- रामनाथ कोविंद ने नॉमिनेशन भरने के बाद कहा- "मेरे मीडिया के सभी मित्रों। 125 करोड़ वाला देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकत्रंत है। राष्ट्रपति पद बेहद गरिमा वाला पद है। इस पर राजेंद्र प्रसाद, अब्दुल कलाम जैसी हस्तियां रही हैं। इसकी गरिमा बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। मैं जब से बिहार गवर्नर बना तब से मेरा कोई राजनीतिक दल नहीं है। राष्ट्रपति पद दलगत राजनीति से ऊपर है। मैं पीएम, एनडीए के सभी दलों और वे दल जो एनडीए में नहीं हैं और उन्होंने भी मुझे सपोर्ट किया है मैं सबको धन्यवाद देता हूं।"
- "कुछ ही सालों बाद देश आजादी के 75 साल सेलिब्रेट करने वाला है। ऐसे में वह भारत निर्माण के सपने
के पूरा करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहेंगे। आज मैंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए नॉमिनेशन भरा। मैं सबको विश्वास दिलाता हूं कि इसकी गरिमा बनाए रखने की कोशिश करूंगा।"