AIIMS ने भी लगाई बीमारियों में कारगर योग की महत्ता पर मुहर
आज विश्वयोगा दिवस है, आज के दिन देश के ही क्या विश्व के काफी लोगों की शुरूआत योग से हुई है। अक्सर योग को लेकर एक बहस छिड़ी रहती है कि योग गंभीर बीमारियों पर असर नहीं करता है, ये केवल मन का फितूर है लेकिन अब खुश हो जाइए क्योंकि अब डॉक्टरों ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि योगासन और क्रियाएं बीमारियों का निदान कर सकती हैं।
मंगलवार को एम्स में आयोजित एक कार्यक्रम में एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि कई बीमारियों पर लंबा शोध किया गया, जिसमें योग का असर साफ दिखता है। गंभीर बीमारियों में होगा असर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि योग से अस्थमा, बांझपन, डायबीटीज, मोटापा, न्यूरो मस्क्यूलर डिसऑर्डर और गैस संबधित बीमारियों में फायदा होता है। योग करने से इंसान की लाइफ में एक अनुशासन आता है, वो समय से हर काम करने के लिए प्रेरित होता है। इंसान की जीवन नियमबद्ध तरीके से चलेगा अगर इंसान योग करेगा तो सुबह उठेगा, उसके बाद समय पर नाश्ता करेगा और उसकी रूटीन सेट हो जाएगी और अगर ऐसा होता है तो इंसान की आधी बीमारियों का समाधान तो तुरंत हो जाता है क्योंकि उसकी आधी बीमारियों की जड़ उसकी ऊंट-पटांग लाइफस्टाइल ही है।
गुलेरिया ने कहा कि ये सबकुछ एक शोध के आधार पर कह रहा हूं इसलिए योग कीजिए, इसमें फायदा ही फायदा ही है। विश्व योग दिवस भारत में जब नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभाला तो उन्होंने पूरे विश्व से आग्रह किया कि वे स्वस्थ्य रहने के लिये योग को अपनायें। संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में घोषित किया। सच पूछिए तो भारत के लिये यह गर्व की बात है, क्योंकि योग की जननी भारत माता ही हैं।