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पहले सायकल मरम्मत की दुकान थी, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की मदद से अब फेब्रिकेशन द्वारा अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं


 

      उज्जैन । मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना उज्जैन जिले में बड़ी संख्या में ऐसे बेरोजगार युवाओं का सशक्त सहारा बनी है, जो बेरोजगारी के कारण दुर्दशा में जी रहे थे। इस योजना के माध्यम से ये युवा विभिन्न स्वरोजगारों के माध्यम से रोजगार पा सकते हैं। साथ ही दूसरों को भी रोजगार देने का माध्यम बनें हैं। उज्जैन के ग्राम पांड्याखेड़ी निवासी अशफाक पटेल भी ऐसे ही पढ़े-लिखे युवा हैं, जो पहले सायकल मरम्मत की दुकान द्वारा अल्प आय में अपना गुजारा कर रहे थे, परन्तु मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना द्वारा अब फेब्रिकेशन वर्क से अच्छीखासी आय प्राप्त कर रहे हैं। इनका परिवार इसके जरिये अपने जीवन स्तर को एक अच्छे लेवल पर प्राप्त कर सका है।

      उज्जैन के मक्सी रोड पर फेब्रिकेशन वर्क के द्वारा अशफाक चैनल गेट, जालियां, खिड़की, दरवाजे, पलंग इत्यादि सामग्री तैयार करते हैं। इस दुकान के लिये उनको मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से नौ लाख रूपये का लोन जिला उद्योग केन्द्र उज्जैन द्वारा दिलवाया गया है। अशफाक को बैंक ऑफ इण्डिया की मक्सी रोड शाखा द्वारा लोन प्रदान किया गया है। इस कार्य के लिये जिला उद्योग केन्द्र के सहायक प्रबंधक श्री एके डे से अशफाक मिला था। सहायक प्रबंधक ने उनको फेब्रिकेशन वर्क हेतु मार्गदर्शन दिया, साथ ही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से लोन दिलाने के लिये कार्यवाही की। वर्ष 2016 के अप्रैल माह में अशफाक द्वारा योजना से लोन हेतु आवेदन दिया गया। करीब एक माह में मक्सी रोड स्थित बैंक ऑफ इण्डिया शाखा द्वारा उन्हें लोन स्वीकृत कर दिया गया। इसमें बैंक शाखा प्रबंधक श्री हंसवाल ने अशफाक की सकारात्मक रूप से मदद की। योजना के तहत अशफाक को दो लाख रूपये का अनुदान भी प्राप्त हुआ है। साथ ही पांच प्रतिशत ब्याज अनुदान भी मिला है। जिला उद्योग केन्द्र द्वारा उनका उद्योग आधार पंजीयन भी किया जा चुका है।

      अपनी अथक मेहनत, मिलनसारिता और शासन की योजना से अशफाक आज कुशलता से अपनी दुकान का संचालन कर रहा है। शुरूआत में उसके द्वारा दुकान कार्य में वेल्डिंग वर्कर लगाये गये। कुछ समय बाद अशफाक, उसके पिता तथा भाई द्वारा वेल्डिंग कार्य में दक्षता हासिल कर ली गई। अब अशफाक और उसके भाई व पिता द्वारा ही वेल्डिंग कार्य कर लिया जाता है। अशफाक द्वारा प्रतिमाह 18 हजार रूपये बैंक की किश्त भी चुकाई जा रही है। करीब 15 किश्तें उसके द्वारा जमा करा दी गई हैं। अशफाक को जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों द्वारा भी प्राथमिकता से शासकीय भवनों में लगने वाले खिड़की-दरवाजों के ऑर्डर प्राप्त होते हैं। इस कार्य की बदौलत अशफाक ने 20 गुणा 60 आकार में पक्की फेब्रिकेशन दुकान भी बना ली है।

      अशफाक ने बताया कि जिला उद्योग केन्द्र तथा बैंक शाखा प्रबंधक के पूर्ण सहयोग से उसका व्यवसाय बेहतर तरीके से संचालित हो रहा है। पहले वह किराये की दुकान में अपना फेब्रिकेशन कार्य कर रहा था, परन्तु उसके द्वारा प्राप्त की जा रही अच्छी आमदनी से उसकी अब पक्की दुकान है। उसका इरादा अब अपने व्यवसाय को विस्तार देने का है। खिड़की-दरवाजों, पलंग जैसी परम्परागत सामग्री के अलावा अब वह दुकानों एवं उद्योगों में लगने वाली अन्य सामग्रियों के निर्माण का भी प्लान बना रहा है।

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