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पंचकल्याणक में आए अतिथियों का हुआ सम्मान, शाम को सभी पात्रों की सुसज्जित वेशभूषा के साथ निकाली भव्य शोभायात्रा


 

उज्जैन। श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मी नगर में पंचकल्याणक के अंतर्गत रविवार को मुनि समता सागर महाराज के सानिध्य में बाहर से आए अतिथियों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। साथ ही मुनिश्री के प्रवचन आदि कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम हुए। मुनिश्री ने प्रवचन में पंचकल्याणक की महत्वता को बताते हुए कहा कि जो लोग भव्य होते हैं जिन लोगों का पूर्ण का उदय होता है वही लोग पंचकल्याणक जैसे महत्वपूर्ण कार्य में अपना सहयोग प्रदान कर पाते हैं। ब्रह्मचारी अभय आदित्य भैया इंदौर एवं ब्रह्मचारी सुनील भैया इंदौर द्वारा भी सभी लोगों को पंचकल्याणक संबंधित जानकारी प्रदान की गई। 

सामाजिक संसद सचिव सचिन कासलीवाल के अनुसार रविवार को पंचकल्याणक महोत्सव की समीक्षा बैठक आई टी आई परिसर में सुबह 11 आयोजित की गई थी। बैठक में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति कार्यकारिणी के सभी सदस्य मौजुद थे। सभी ने एकसुर में कहा कि हमें एकजुट होकर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिये लगन से निष्ठापूर्वक काम करना है। अगर किसी को भी कहीं कमियां नजर आती है या उसमें सुधार की आवश्यकता है तो निःसंकोच अपनी बात रख सकते हैं। कमेटीयों को सौंपे गये समस्त कार्यो की समीक्षा कर उसमें उपयुक्त सुझाव भी आमंत्रित किये साथ ही त्वरित निराकरण करने का भी लक्ष्य रखा। मुख्य संयोजक, सह संयोजक से अनुरोध किया कि समभाव/टीम वर्क की भावना से ही सभी कार्य कुशलतापूर्वक संपन्न हो पायेंगे। मंच संचालन संयोजक जीवनधर जैन ने किया। बैठक में अशोक जैन गुनावाले, सुनील जैन खुरई वाले, विजेन्द्र जैन, विनय गर्ग, राजेन्द्र लुहाडिया, हिरालाल बिलाला, सुनिल जैन ट्रांसपोर्ट, डाॅ. सीके कासलीवाल, प्रसन्न बिलाला, अजय छाबड़ा, ललित जैन, अरविंद बुखारिया, शैलेंद्र जैन, संजय लुहाडिया, निलेश डोशी, अशोक मोदी, अनिता जैन ने अपने विचार व्यक्त किये। अशोक जैन गुनावाले ने कहा कि इस पंचकल्याणक का प्रचार-प्रसार दुर दुर तक पहुंच गया है और विभिन्न शहरों के मंदिरो से उनके मंदिरो  की भी मुतिॅयों की प्रतिष्ठा के लिये प्रस्ताव आये है तथा अतिरिक्त मुतिॅयां आ चुकी है।

शाम को सभी पात्रों की सुसज्जित वेशभूषा के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें महा पात्रों की शोभा यात्रा थी इस शोभायात्रा में जितने भी पात्र बने हैं वह सभी अपनी अपनी वेशभूषा धारण कर शहर की प्रमुख गलियों में निकले शोभा यात्रा श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मी नगर से प्रारंभ होकर तीन इमली चैक शांतिनाथ मंदिर, श्रीनगर बैंक ऑफ इंडिया सिटी नगर चैराहे होती हुई पुनः श्री दिगंबर जैन महावीर मंदिर पहुंची। यात्रा में हाथी पर विराजे राजा महाराजा रथ पर विराजे कुबेर धन की वर्षा करते हुए चल रहे थे। साथ ही साथ कई बगिया, धर्मध्वजा और निशान एवं चित्र लेकर चल रही थी पंचकल्याणक के पूर्व शोभायात्रा मनोहारी दृश्य प्रतीत हो रहा था। सभी की विचित्र वेशभूषा देखकर लोग उत्साहित हो रहे थे। प्रतिष्ठाचार्य अभय भैया एवं सुनील भैया द्वारा सभी पात्रों पर पुष्प क्षेपण कर शोभा यात्रा का शुभारंभ किया गया हाथी का पर बैठकर सौधर्म इंद्र  सुशोभित हो रहे थे वहीं दूसरी तरफ कुबेर इंद्र धन की वर्षा करते हुए भ्रमण कर रहे थे यह देख लोगों के अपार उत्साह को देखकर राजा महाराजा भी प्रसन्न हो रहे थे। जुलूस समापन के साथ ही भगवान के माता पिता की गोद भराई का कार्यक्रम भी किया गया देशभर से आए हजारों लोगों ने माता की गोद भराई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया एवं महा पात्रों का माला श्रीफल के द्वारा सम्मान भी किया गया।

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