‘क्लीन-ग्रीन एण्ड आर्गेनिक शिप्रा’, शिप्रा नदी संवर्द्धन अभियान के लिये तैयारी अभी से प्रारम्भ करें
संभागायुक्त ने उज्जैन, देवास एवं रतलाम जिले के अधिकारियों को दिये निर्देश उज्जैन । संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने आज शिप्रा नदी संवर्द्धन अभियान के लिये तैयारियों को लेकर उज्जैन, देवास एवं रतलाम जिले के अधिकारियों की बैठक ली तथा निर्देश दिये कि नवम्बर माह में चलाये जाने वाले अभियान की तैयारी अभी से पुख्ता कर ली जाये। उन्होंने साथ ही जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा है कि शिप्रा नदी के किनारे एवं कैचमेंट एरिया के ग्रामों की सूची बनाकर ग्रामों में जन-जागरण हेतु विभिन्न गतिविधियां अभी से प्रारम्भ करें। संभागायुक्त ने यह भी कहा है कि सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी ग्राम पंचायतों की बैठक लेकर शिप्रा संवर्द्धन यात्रा के प्रचार-प्रसार की गतिविधियां सुनिश्चित कर लें। उल्लेखनीय है कि देवास, उज्जैन, रतलाम जिलों में शिप्रा नदी के कैचमेंट एरिया में 333 ग्राम पंचायतें आती हैं तथा इन ग्राम पंचायतों में 664 ग्राम सूचीबद्ध किये गये हैं। संभागायुक्त ने सभी जिलों में जिला स्तरीय शिप्रा संवर्द्धन समितियां गठित करने को कहा है। इसी तरह विकास खण्ड स्तर, ग्राम स्तर पर समितियां गठित होंगी। संभागायुक्त ने शिप्रा सेवा यात्रा मार्ग का निर्धारण कर यात्रा मार्ग पर स्थित ग्रामों में रात्रि विश्राम आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिये योजना बनाने को कहा है। शिप्रा संवर्द्धन एवं सेवा यात्रा के दौरान प्रत्येक गांव, जहां से यात्रा गुजरेगी, में वृक्षारोपण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। संभागायुक्त ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि इस अभियान को केवल सरकारी अभियान मानकर नहीं चलना है। सभी अधिकारी मिशन मोड में काम करें। शिप्रा सेवा यात्रा के निर्देशों को लेकर एवं गतिविधियों की साझेदारी करने के लिये एक वाट्सअप ग्रुप भी बनाया जायेगा। शिप्रा सेवा यात्रा का उद्देश्य होगा ‘क्लीन शिप्रा, ग्रीन शिप्रा एवं आर्गेनिक शिप्रा’। 4 जून को शिप्रा जल सम्मेलन आयोजित होगा बैठक में जानकारी दी गई कि 4 जून को शिप्रा नदी के रामघाट पर विशाल जल सम्मेलन प्रस्तावित किया गया है। इसमें शिप्रा तट के सभी ग्रामों के शिप्रा सेवक, पंच, सरपंच, जनप्रतिनिधि एवं शासकीय अधिकारी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के शामिल होने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। संभागायुक्त ने कहा कि शिप्रा सेवा यात्रा तब तक अपने उद्देश्यों में पूर्णरुप से सफल नहीं हो सकती, जब तक इसमें जनप्रतिनिधियों एवं सभी वर्ग के व्यक्तियों की भागीदारी ना हो। अत: अधिकारीगण अभियान में अपने-अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी संगठनों एवं नागरिकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें। संभागायुक्त ने जनअभियान परिषद को सेवा यात्रा में सक्रिय भागीदारी करने के निर्देश दिए। शिप्रा सेवा यात्रा में नर्मदा सेवा यात्रा की ही तरह एन.एस.एस. की सक्रिय एवं सराहनीय भूमिका हो। बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास श्री प्रतीक सोनवलकर, जिला पंचायत उज्जैन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप जीआर, देवास के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मीणा एवं उज्जैन-देवास-रतलाम की जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मौजूद थे। फोटो केप्शन- संभागायुक्त शिप्रा नदी संवर्द्धन अभियान की बैठक लेते हुए।