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शिप्रा सेवा यात्रा एवं नदी संरक्षण जन-जागृति अभियान चलाया जायेगा


उज्जैन | शिप्रा सेवा यात्रा एवं नदी संरक्षण के लिये जन-जागृति अभियान चलाया जायेगा। इसके लिये उज्जैन, घट्टिया, महिदपुर एवं बड़नगर विधानसभा क्षेत्र के शिप्रा तट के गांवों में एक-एक प्रचार रथ भेजा जायेगा। यह प्रचार रथ 31 मई से लेकर 3 जून तक विभिन्न गांवों में जाकर जन-जागृति का कार्य करेंगे। विभिन्न गांवों में विधायकों की अध्यक्षता में जन सभाएं आयोजित होंगी, कलश यात्राएं निकाली जायेंगी। शिप्रा तट के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों का समापन 4 जून को रामघाट पर होगा। इस अवसर पर विशाल जनसभा आयोजित की जायेगी तथा सभा को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सम्बोधित किये जाने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। शिप्रा सेवा यात्रा एवं नदी संरक्षण जन-जागृति अभियान के तारतम्य में आज बुधवार को संभागायुक्त श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में बृहस्पति भवन में बैठक आयोजित की गई। बैठक में महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री सतीश मालवीय, श्री बहादुरसिंह चौहान, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री किशनसिंह भटोल, प्रभारी कलेक्टर श्री आशीष सिंह, अपर कलेक्टर श्री बसन्त कुर्रे, एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, एसडीएम श्री क्षितिज शर्मा तथा होमगार्ड के कमांडेंट श्री सुमत जैन मौजूद थे। बैठक में संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर नर्मदा सेवा यात्रा की तर्ज पर शिप्रा सेवा यात्रा आगामी नवम्बर माह में निकाली जायेगी। इसके पूर्व शिप्रा तट के गांवों में जन-जागरण के लिये जन-जागृति अभियान चलाना आवश्यक है। प्रतिवर्ष गंगा दशहरा के अवसर पर 3 से 4 जून को आयोजित होने वाली शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा को जन-जागृति अभियान से जोड़कर इसका स्वरूप बढ़ाया जाना है। इस हेतु सभी विधायकों का सहयोग एवं सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। बैठक में विधायक डॉ.मोहन यादव ने कहा कि जन-जागृति अभियान के तहत निकाली जाने वाली शिप्रा यात्रा एवं नदी संरक्षण अभियान का समापन 4 जून को रामघाट पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नदियों के संरक्षण की चेतना नीचे तक जाना चाहिये। शिप्रा का महत्व ग्रामीणों को समझाने के लिये उनके संगठन द्वारा प्रतिवर्ष शिप्रा किनारे शिप्रा परिक्रमा की जाती है। उन्होंने कहा कि शिप्रा कैचमेंट एरिया में वृक्षारोपण किया जाये। साथ ही विधायक ने कहा कि राज्य शासन द्वारा 1842 करोड़ रूपये की लागत से नर्मदा गंभीर लिंक परियोजना पर काम प्रारम्भ हो चुका है तथा घट्टिया, उज्जैन तथा बड़नगर तहसील के ग्रामों में पाइप लाइन डालना शुरू भी हो गई है। विधायक डॉ.मोहन यादव ने रामघाट से शिप्रा के त्रिवेणी घाट तक दोनों ओर घाट बनाने का प्रस्ताव बनाकर भेजने का आग्रह किया तथा आलमपुर उड़ाना के पास सेवरखेड़ी प्रोजेक्ट को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता भी बताई। उन्होंने उज्जैन संभाग के तीन-चार जिलों एवं इन्दौर संभाग के इन्दौर जिले को मिलाकर शिप्रा प्राधिकरण बनाने की बात भी कही। उन्होंने 4 जून को आयोजित होने वाले कार्यक्रम को शिप्रा संवर्द्धन जल सम्मेलन का नाम देने की बात भी रखी। विधायक श्री सतीश मालवीय ने कहा कि उनके क्षेत्र के 22 गांवों में शिप्रा संरक्षण जन-जागृति यात्रा निकाली जायेगी। इसके लिये इन सभी गांवों में प्रचार रथ भ्रमण करेगा। विधायक ने प्रत्येक विकास खण्ड स्तर पर बैठकें आयोजित कर इस अभियान को वृहद स्वरूप देने का आग्रह किया। विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने बताया कि महिदपुर में शिप्रा संरक्षण एवं सेवा यात्रा की व्यापक तैयारियां कर ली गई हैं। शिप्रा किनारे 60 गांवों में जन-जागरण किया जायेगा एवं पांच हजार से अधिक शिप्रा सेवक 4 जून को रामघाट पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री किशनसिंह भटोल ने शिप्रा नर्मदा लिंक अभियान से किसानों को हो रहे फायदे का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता बताई तथा कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक गांव के सरपंच, पंच एवं जनप्रतिनिधियों को इस यात्रा से जोड़ा जाना चाहिये।

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