रक्तदान हेतु प्रेरित करने के लिए निकाली वाहन रैली
आज संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा मानव एकता दिवस पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन
उज्जैन। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन दिल्ली द्वारा आज 24 अप्रैल को विशाल रक्तदान शिविर आयेाजित कर मानव एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सतगुरू बाबा गुरबचनसिंह महाराज की याद में 100 से अधिक लोगों द्वारा रक्तदान किया जाएगा। रक्तदान हेतु प्रेरित करने के लिए रविवार को सिंधी काॅलोनी चैराहे से एक वाहन रैली निकाली गई।
शाखा उज्जैन द्वारा संयोजक हरदेवसिंह सुखवाल के मार्गदर्शन एवं पार्षद रिंकू बेलानी के आतिथ्य में संतराम सिंधी काॅलोनी से वाहन रैली प्रारंभ हुई जो शास्त्रीनगर, अलखधाम, परवाना नगर, सुभाष नगर, महाकाल सिंधी काॅलोनी, टाॅवर चैक, शहीद पार्क होते हुए पुनः संतराम सिंधी काॅलोनी पहुंचकर संपन्न हुआ। आज संतराम सिंधी काॅलोनी स्थित सिंधी धर्मशाला में प्रातः 9 बजे से विशाल रक्तदान एवं रक्त समूह परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। वाहन रैली में प्रमुख रूप से लक्ष्मीनारायण सोलंकी, आनंद टेकवानी, अनारसिंह, राजकुमार वलेचा, हर्षिता गुलाबानी, दीपक बेलानी, पार्षद सुनील गुलाबवानी, त्रिलोक बेलानी, कोमल कोटवानी, दीपा टेकवानी, माया टेकवानी, मीना सोनी, दीप्ति वाधवानी, लीना श्रीवास आदि शामिल हुए। शिविर में 100 से अधिक लोगों द्वारा रक्तदान किया जाएगा। संस्था सदस्य राकेश वाधवानी के अनुसार शिविर में उज्जैन शाखा सदस्यों के साथ संस्था की रतलाम, मंदसौर, नीमच, मनासा, खड़ावदा एवं नागदा के सदस्यों द्वारा रक्तदान किया जाएगा। संस्था सदस्यों के अलावा शहरवासी भी इस रक्तदान शिविर में स्वेच्छा से रक्तदान कर सकते हैं।
31 वर्षों में साढ़े 8 लाख यूनिट रक्तदान किया
संत निरंकारी फाउंडेशन दिल्ली द्वारा वर्ष 1986 से लगातार पूरे भारत वर्ष एवं विदेशों में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। 31 वर्षों में संस्था के सदस्यों द्वारा 8 लाख 69 हजार 161 यूनिट रक्तदान कर मानव सेवा में योगदान किया गया जो कि एक रिकार्ड है। पिछले वर्ष 2016 में संस्था की 479 शाखाओं के सदस्यों द्वारा 80 हजार 560 यूनिट रक्तदान किया गया। इस वर्ष संस्था सदस्यों द्वारा 24 अप्रैल को एक साथ पूरे देश में एक लाख यूनिट से अधिक रक्तदान का लक्ष्य रखा गया है। 24 अप्रैल 1980 को मानवता के मसीहा बाबा गुरबचनसिंह के इन प्रयासों को ठेस पहुंचाते हुए कुछ रूढ़ीवादी तत्वों द्वारा बाबा गुरबचनसिंह की हत्या कर दी गई। उस वक्त सतगुरू बाबा हरदेवसिंह महाराज द्वारा अपने सभी अनुयायियों को आदेश दिया हम खून का बदला खून लेकर नहीं खून देकर मानवता की सेवा करेंगे। तब से आज तक संत निरंकारी मंडल द्वारा 24 अप्रैल को मानव एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।