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फर्जी मार्कशीट कांड उजागर करने वाले युवक ने मांगी परिवार सहित इच्छामृत्यु



फर्जी मार्कशीट पर नौकरी पाने वाली महिला पर दो साल बाद हुई एफआईआर-लेकिन
अब तक गिरफ्तारी नहीं-अब भी प्रकरण वापस लेने के दबाव में झूठे आरोप लगा
रहे

उज्जैन। फर्जी मार्कशीट का मामला उजागर कर पूरे गिरोह को जेल के पीछे भेजने की मंशा रखने वाले युवक को ही पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलकर जेल की हवा खिलवा दी। युवक ने फर्जी मार्कशीट के आधार पर नौकरी हासिल करने वाली महिला की शिकायत पुलिस, अधिकारी तथा मंत्री से की थी। दबाव बड़ा तो दो साल बाद पुलिस ने कुछ दिन पहले ही महिला पर एफआईआर दर्ज कर ली लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं की और न ही पुलिस फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह को पकड़ने का प्रयास कर रही है। हालांकि युवक के खिलाफ झूठे प्रकरण दर्ज करने के प्रयास पुनः तेज हो गए हैं। परेशान युवक ने प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति को पत्र लिखकर परिवार सहित इच्छा मृत्यु की मांग की है। संदीप मिश्रा पिता स्व. अशोक मिश्रा निवासी न्यू शिवाजी नगर महिदपुर रोड़ ने महिदपुर थाने में जनवरी वर्ष 2015 में एक शिकायती आवेदन दिया था जिसमें बताया था कि महिदपुर रोड़ निवासी ग्राम पंचायत गोगापुर निवासी मंजूबाला पिता रामनारायण ने फर्जी मार्कशीट बनवाकर आंगनवाड़ी के कार्यकर्ता पद पर नियुक्ति आंगनवाड़ी क्रमांक 2 में प्राप्त की। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रमाण पत्र परीक्षा 12वीं सन् 2014 मुक्त एवं  दूरशिक्षा का फर्जी प्रमाण पत्र सहअंकपत्र लगाकर नियुक्ति जालसाजी से प्राप्त की है। जालसाजी में साई अरूणोदय सीनियर सेकेंडरी जबलपुर से उत्तीर्ण होना दर्शाया है जबकि कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर के
अनुसार इस नाम की कोई संस्था या विद्यालय जबलपुर जिले में संचालित ही नहीं है। केन्द्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान उत्तरप्रदेश की जानकारी के संबंध में सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश इलाहाबाद को भी कोई जानकारी नहीं है तथा उसके द्वारा संचालित परीक्षायें भी माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश इलाहाद द्वारा मान्य नहीं है। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश इलाहाबाद ने यह भी प्रमाणित कर दिया है। एसआई अनूप भार्गव द्वारा की जांच में भी पाया गया कि यह मार्कशीट फर्जी है।

दो साल में पास की 4 कक्षाएं
मंजूबाला ने वर्ष 2012 में पूर्व माध्यमिक प्रमाण पत्र परीक्षा कक्षा 8वीं उत्तीर्ण की। वहीं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रमाण पत्र परीक्षा कक्षा 12वीं वर्ष 2014 में उत्तीर्ण की। 2 वर्ष में 4 कक्षाएं उत्तीर्ण करना कैसे संभव हुआ।

मंत्री ने भी लिखा कार्रवाई के लिए कलेक्टर को पत्र
संदीप मिश्रा की शिकायत पर उर्जा मंत्री पारस जैन ने भी 27 जनवरी 2016 को कलेक्टर को पत्र लिखकर महिला बाल विकास महिदपुर के महिदपुर रोड़ आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 2 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद पर अवैध नियुक्ति कर जांच कर कार्रवाई करने हेतु लिखा था। लेकिन अब तक इस अवैध अंकसूची बनाकर नौकरी पाने वाले गिरोह पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पहले ही अधिकारियों को कहा था महिला झूठा प्रकरण दर्ज कराएगी
संदीप मिश्रा एक दैनिक समाचार पत्र का प्रतिनिधि था। उस समय उसने फर्जी मार्कशीट की जांच कर धोखाधड़ी से नियुक्ति प्राप्त करने पर खबर प्रकाशित की तथा महिला बाल विकास अधिकारी का बयान लिया था। इसकी सूचना लगने पर मंजूबाला तथा उसके सहयोगी महिला बाल विकास के लिपिक प्रकाश शर्मा द्वारा संदीप मिश्रा को जान से मारने की धमकी तथा झूठे आरोप में फंसाकर जेल पहुंचाने की धमकी दी गई थी। संदीप मिश्रा ने डीजीपी, आईजी, एसपी तथा महिदपुर सिटी एसडीओपी सहित थाना प्रभारी को इस संबंध में लिखित शिकायत 1 सितंबर 2015 को की थी। बावजूद इसके महिदपुर रोड़ व पूर्व थाना प्रभारी आरएस महिवाल से सांठगांठ कर आरोपी मंजूबाला ने संदीप मिश्रा तथा उसके भाई के खिलाफ 26 अक्टूबर 2015 खिलाफ में प्रकरण दर्ज करा दिया। संदीप को इस झूठे प्रकरण में एक दिन की जेल भी काटनी पड़ी। संदीप के अनुसार अब भी धमकी दे रहे हैं कि यदि फर्जी मार्कशीट का प्रकरण समाप्त नहीं किया तो झूठे प्रकरण दर्ज करवाकर फंसा देंगे नहीं माना तो जान से मार देंगे।

मंजूबाला से पूछताछ करती तो होता बड़ा खुलासा
संदीप मिश्रा के अनुसार पुलिस मंजूबाला से पूछताछ करती तो बड़ा मामला उजागर हो सकता था। लेकिन दो साल से भी अधिक समय बाद 5 मार्च 2017 को महिदपुर रोड़ थाना पुलिस ने मंजूबाला पिता रामनारायण राठौर के खिलाफ फर्जी मार्कशीट मामले में धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज किया। प्रकरण तो दर्ज हो गया लेकिन उसकी गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर रही। पहले भी मंजूबाला की शिकायत पर मुझे जेल भेज चुके हैं और अब फिर केस वापस लेने की मांग करते हुए झूठे आरोप लगा रहे हैं। पुलिस से उम्मीद के सहारे इस मामले को उठाया था लेकिन पुलिस आरोपियों के साथ मिलकर हमें ही परेशान करने में लगी है अब तो मृत्यु ही उपाय है।

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