कलेक्टर ने किया इंगोरिया गेहूं खरीदी केन्द्र का औचक निरीक्षण
उज्जैन । समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिये उज्जैन जिले में 71 खरीदी केन्द्र स्थापित किये गये हैं। बुधवार से शुरू होने वाली गेहूं खरीदी के लिये तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिये कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने मंगलवार को गेहूं खरीदी केन्द्र इंगोरिया का औचक निरीक्षण किया। केन्द्र पर गेहूं खरीदी के लिये की गई तैयारियों का जायजा लेते हुए कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर एसडीएम बड़नगर श्री अवि प्रसाद सहित खाद्य आपूर्ति तथा अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
अच्छी क्वालिटी का धागा इस्तेमाल करने के निर्देश
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान बोरों की सिलाई में प्रयुक्त होने वाले धागे को बारीकी से देखते हुए उसे खराब क्वालिटी का बताया। अच्छी क्वालिटी का धागा इस्तेमाल करने के निर्देश दिये। इस दौरान वहां रखे गये तौलकांटों का निरीक्षण भी कलेक्टर ने किया। कलेक्टर ने स्वयं 02 तौलकांटों पर खड़े होकर देखा कि दोनों तौलकांटों द्वारा लिये जा रहे वजन में अन्तर है। इस पर तौलकांटों की पुन: चेकिंग के निर्देश कलेक्टर ने दिये।
चेकलिस्ट के अनुसार तैयारियां रखने के निर्देश
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिये कि प्रशासन द्वारा समर्थन मूल्य गेहूं खरीदी केन्द्रों पर खरीदी तैयारी के लिये जिन 25 बिन्दुओं के आधार पर चेकलिस्ट बनाई गई है, उन बिन्दुओं पर तैयारी सुनिश्चित की जाये। इसमें ट्रॉली, व्हील चेयर, पेयजल, शेड, यूपीएस, बैटरी, सिलाई मशीन, धागा, छलनी, पंखा, कम्प्यूटर सिस्टम, बोरे इत्यादि सभी तैयारियां खरीदी केन्द्रों पर सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये।
केन्द्र पर 835 किसान पंजीकृत
इंगोरिया गेहूं खरीदी केन्द्र पर निरीक्षण के दौरान कलेक्टर को बताया गया कि इस केन्द्र पर 850 किसानों द्वारा पंजीकरण कराया गया है। शत-प्रतिशत किसानों का भौतिक सत्यापन किया गया है। इस केन्द्र पर 2700 मै.टन गेहूं की आवक होने की संभावना है। कलेक्टर ने केन्द्र पर सम्बन्धित जानकारी का फ्लेक्स टंगवाने के निर्देश भी दिये। इसके अलावा उचित साफ-सफाई के लिये भी निर्देशित किया। इस केन्द्र के परिसर में गोडाउन निर्माण के लिये भी कलेक्टर ने आवश्यक कार्यवाही के निर्देश एसडीएम को दिये। इसके अलावा गेहूं खरीदी के दौरान किसानों के लिये तत्काल टॉयलेट निर्माण को कहा।