अबीर गुलाल लगाकर बाबा महाकाल पर करेंगे गुलाब के फूलों की वर्षा
उज्जैन। महाकाल मंदिर में फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा पर होली की पहली
भस्मारती में तड़के 4 बजे पंचामृत-अभिषेक, हरिओम जल व भस्मी चढ़ने के बाद
राजाधिराज का भांग-सूखे मेवे व चांदी के आभूषणों से शृंगार होगा।
अबीर-गुलाल लगाकर 100 किलो गुलाब के फूलों से होली खेली जाएगी। शाम को
मंदिर प्रांगण में गायक भोपूजी के भजन गूंजेंगे।
पुजारी प्रदीप गुरु, बबलू गुरु के अनुसार रविवार को गर्भगृह से लेकर
नंदीहॉल, गणपति मंडप और ऊपर कार्तिकेय मंडप में बैठे सैकड़ों श्रद्धालुओं
पर गुलाब के फूलों की वर्षा के साथ होली मनाई जाएगी। प्रांगण में
पूजन-आरती के बाद कंडे व लकड़ियों से सजी होलिका का दहन किया जाएगा।