"नमामि देवि नर्मदे"-सेवा यात्रा, उज्जैन संभाग में भव्य स्वागत से हुई अगवानी, ईसाई प्रतिनिधियों ने भी किया स्वागत
उज्जैन । नर्मदा सेवा यात्रा बुधवार को उज्जैन संभाग के देवास जिले में पहुँचने पर आत्मीय स्वागत किया गया। यात्रा के 87वें दिन खरगोन जिले की सीमा पर स्थित देवास जिले के कनाड़ गाँव में प्रवेश पर श्रद्धा भाव से हजारों नर-नारियों ने आत्मीय स्वागत किया। यात्रा के प्रदेश प्रभारी श्री प्रदीप पांडे, पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष एवं जिले में यात्रा के प्रभारी श्री रायसिंह सेंधव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह राजपूत, जनपद अध्यक्ष बागली श्रीमती निर्मला कंठाली, श्री राजेश यादव, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल हुए।
यात्रा का प्रवेश जिले के कनाड ग्राम में हुआ। प्रवेश के दौरान ग्राम में उत्साह का वातावरण था। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने परंपरागत आदिवासी नृत्य किया। महिलाएँ सिर पर कलश रखकर यात्रा में शामिल हुई और मंगल गीत गाकर यात्रा की अगवानी की। अतिथियों ने कनाड़ नदी के किनारे पीपल, नीम, बरगद सहित अन्य पौधों का रोपण किया। यात्रा जब उदयनगर पहुँची तो जैसे जन सैलाब ही उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने माँ नर्मदा के ध्वज और कलश पर पुष्प बरसाए। बाजार चौक में विधि-विधान से पूजन किया गया। सेवा यात्रा में सहभागी बने सभी नर-नारियों को तुलसी के पौधे भेंट कर भोजन कराया गया।
उदयनगर में यात्रा के प्रवेश पर रानी मारिया कन्या हाई स्कूल की सिस्टर लीनसी सिस्टर, पुष्पा मारिया, सिस्टर फिल्सी, सिस्टर डीना, सिस्टर अलफोना, फादर संजय ग्रेवाल, फादर साइमंड, स्कूल के टीचर एवं विद्यार्थियों ने माँ नर्मदा के कलश की पूजा-अर्चना की तथा पुष्प माला पहनाई। जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर कलश की आरती और स्वागत हुआ। यात्रा के जिले में प्रवेश पर यात्रा के स्वागत के लिए ग्राम बिसाली की कक्षा सात की पलक राठौर एवं कक्षा चार की निशा नागर ने सुंदर रांगोली बनाई। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में यात्रा के आने से वे काफी खुश है।
यात्रा के ग्राम पांडूतालाब में माँ नर्मदा की आकर्षक झाँकी बनाई गई। पलाश के फूल लिए ग्रामीणों ने यात्रा की अगवानी की। स्कूल के विद्यार्थी नर्मदा के संरक्षण संबंधी स्लोगन तख्तियाँ लेकर खड़े थे। यात्रा के दौरान गाँवों को परम्परागत रूप से सजाया गया। घरों को पीली मिट्टी एवं गोबर से लीप कर उन पर मांडने बनाए गए। यात्रा मार्ग पत्तों के वंदनवार से सजाया गया।
नर्मदा सेवा यात्रा कनाड़ ग्राम में प्रवेश के बाद पांडूतालाब, बिसाली, उदयनगर सहित अन्य ग्रामों से होते हुए आगे बढ़ी।
देवास जिले में नर्मदा सेवा यात्रा के 87वें दिन प्रवेश के बाद तहसील उदयनगर में जनसंवाद कार्यक्रम के बाद सेवा यात्रा अपने अगले पड़ाव की ओर बढ़ी। नर्मदा सेवा यात्रा किशनगढ़ फाटा, पीपलपाटी, पोलाखाल, बोरपड़ाव होती हुई पीपरी पहुँची। यात्रा का ग्रामीणों ने स्वागत किया। पीपरी गाँव के घरों में महिलाओं ने दीए जलाए हुए थे। घर के आँगन में आकर्षक रांगोली सजाई हुई थी। यात्रा के साथ महिलाएँ सिर पर कलश लेकर चल रही थी।
ग्राम पीपरी में सनातन विचार परिसर में उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभानसिंह पवैया ने जनसंवाद को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देवास उन भाग्यशाली जिलों में से एक है, जहाँ नर्मदा नदी बहती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के पानी से खेत सिंचित होते हैं, बिजली पैदा होती है और जन-सामान्य को पीने का पानी मिलता है। हम सब का कर्त्तव्य है कि नर्मदा नदी को स्वच्छ रखें। उन्होंने कहा कि किसानों को नर्मदा नदी के किनारे फलदार वृक्ष लगाने को मिलेंगे। आगे चलकर यह पेड़ किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा कि जनसंवाद का कार्यक्रम उस परिसर में हो रहा है, जहाँ माँ नर्मदा का मंदिर है। मंत्री श्री पवैया ने आशा व्यक्त की कि नर्मदा सेवा समिति के सदस्य अन्य लोगों को भी इस अभियान से जोड़ने में प्रभावी भूमिका निभाएंगे। विधायक चंपालाल देवड़ा ने भी संबोधित किया।
पीपरी से लगभग 12 किलोमीटर दूर धाराजी में उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया की उपस्थिति में नर्मदा माँ की संध्या आरती हुई। आरती में विधायक श्री चंपालाल देवड़ा, वन समिति अध्यक्ष पोलाखाल के श्री जोशी, स्थानीय जन-प्रतिनिधि, कलेक्टर आशुतोष अवस्थी और पुलिस अधीक्षक अंशुमानसिंह सहित हजारों नागरिक शामिल हुए। ग्राम पीपरी में स्कूल के बच्चों ने संगीत की मधुर धुनों पर नर्मदा नदी पर केन्द्रित सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में देवास महापौर सुभाष शर्मा और जिला पंचायत उपाध्यक्ष दौलत तंवर सहित अन्य जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।