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अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शक्ति संगम एवं सम्मान कार्यक्रम आयोजित



    उज्जैन । विक्रम कीर्ति मन्दिर के ऑडिटोरियम में बुधवार को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला महिला सशक्तिकरण द्वारा शक्ति संगम एवं सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महापौर श्रीमती मीना जोनवाल मौजूद थीं। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं को अपने जीवन में कई संघर्ष करना होते हैं। ईश्वर ने केवल महिलाओं को ही यह विशेष आशीर्वाद दिया है कि वे हर समस्या का डटकर मुकाबला करती हैं। अपने सम्मान और अधिकारों के प्रति महिलाओं को जागरूक रहने की आवश्यकता है। ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर लगातार आयोजित किये जाने चाहिएं, जिससे समाज को प्रेरणा मिले। श्रीमती जोनवाल ने जिला महिला सशक्तिकरण कार्यालय को इस कार्यक्रम के लिये अपनी ओर से शुभकामनाएं और बधाइयां दीं।

    कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री महेश परमार, उपाध्यक्ष श्री भरत पोरवाल, महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक श्री डीके सिद्धार्थ, कार्यक्रम अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री साबिर अहमद सिद्धिकी और अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाएं मौजूद थीं।

    जिला पंचायत अध्यक्ष श्री महेश परमार ने कहा कि मातृशक्ति के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में आने के लिये एकजुट होकर लड़ना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता है, तभी समग्र विकास संभव है। संयुक्त संचालक श्री डीके सिद्धार्थ ने कहा कि जिला स्तर पर महिलाओं के लिये शक्ति संगम समिति बनाई जाएंगी, जो महिलाओं के हित में कार्य करेंगी।

    कार्यक्रम में अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये। जिला पंचायत की सदस्य श्रीमती यशोदा बैरागी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं को समाज में समान अधिकार दिलवाने के लिये कई उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं। महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें, ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं और महिलाओं को इसके लिये और बेहतर माहौल देने की आवश्यकता है। महिलाएं अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देकर एक अच्छा इंसान बनाएं, जिससे एक उन्नत समाज का निर्माण हो सके। ऐसे सम्मेलन व कार्यक्रम ग्रामीण स्तर पर भी आयोजित किये जाने चाहिएं।

    स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.सतिन्दर सलूजा ने महिलाओं के स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब हर महिला शिक्षित और सुरक्षित होगी, तभी वे अपने अधिकारों के प्रति लड़ सकेंगी। इसके लिये महिलाओं का स्वस्थ होना भी बेहद जरूरी है। सभी महिलाओं को यह भी संकल्प लेना चाहिये कि अपने स्वयं के बच्चों के अतिरिक्त कम से कम 02 बच्चियों को भी शिक्षित करें। महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के लिये सख्त से सख्त कानून भी बनना जरूरी है।

    पूर्व पार्षद श्रीमती रजनी कोटवानी ने कहा कि आज सभी क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर अपनी योग्यता का परचम लहराया है। महिलाओं को अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिएं, ताकि वे भटकने से बच सकें। कन्या भ्रूण हत्या पर सख्ती से कार्यवाही करने की आवश्यकता है। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्रीमती सुगंधी द्वारा महिलाओं के लिये बनाये गये अधिनियमों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि संविधान के आर्टिकल 14 के तहत हमें समाज में समानता का अधिकार प्राप्त हुआ है। अब पैतृक सम्पत्ति में भी पुत्रियों को भी पुत्र के बराबर हक दिया जा रहा है, लेकिन लैंगिक अपराधों और बाल विवाह को रोकने की दिशा में अभी और प्रयास करना जरूरी है। न्यायालयीन प्रकरणों में मध्यस्थता की बेहद आवश्यकता है। मध्यस्थता से काफी प्रकरणों का निराकरण शीघ्र हो जाता है।

    जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री साबिर अहमद सिद्धिकी ने कहा कि 8 मार्च 1975 में यूएनओ द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाना प्रारम्भ किया गया था। इसके कई वर्ष बाद सरकार द्वारा एकीकृत बाल विकास सेवा योजना प्रारम्भ की गई, जिसमें महिलाओं और बच्चों के लिये काम किया जाता है। सामाजिक विषमताओं व महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों को रोकने के लिये शासन द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसमें महिलाओं के लिये वन स्टॉप सेन्टर भी बनाए गये हैं। महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने के लिये समाज में जन-चेतना की आवश्यकता है। शासन हर स्तर पर महिलाओं को समाज में सम्मान दिलाने और आगे बढ़ाने के लिये प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक परिवीक्षा अधिकारी प्रिंयका त्रिपाठी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में समाज में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं तथा 10वी और 12वी कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं का सम्मान किया गया।  

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