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आनंदम : एक सार्थक सराहनीय प्रयास



डॉ. चंदर सोनाने
 
               मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिह चौहान ने मध्यप्रदेश में इसी संक्राति से एक अभिनव प्रयास आनंदम की अवधारणा का शुभारंभ किया हैं। इस आनंदम की परिकल्पना के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला प्रशासन द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से उपयुक्त स्थानों का चयन किया गया हैं। इन स्थानों पर जिला प्रशासन द्वारा ऐसी सुविधा विकसित की जाएगी जहां पर लोग अपने पास का ऐसा सामान जो उसके लिए आवश्यक और उपयोगी नहीं हैं छोड सकेंगे। जरूरत मंद लोग उस स्थान से अपनी आवश्यकता का सामान बिना किसी से पूछे वहां से अपने घर ले जा सकेंगे। 
                  देष में सबसे पहले मध्यप्रदेष में मुख्यमंत्री की पहल से आनंद मंत्रालय का गठन किया गया । इस आनंद मंत्रालय के अंतर्गत साल भर विभिन्न प्रकार के आंनद के आयोजन करने की कार्य योजना बनाई गई । इसमें विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रम वर्शभर आयोजित किए जाएंगे। यह सभी कार्यक्रम आम जन की भागीदारी से किए जाएंगे। 
                   आनंदम की परिकल्पना वास्तव में “नेकी की दीवार” से निकली हैं। किसी के सदप्रयास से कहीं पर नेकी की दीवार बनाई गई । यहां पर व्यक्ति अपने पास की अधिक सामग्री विशेषकर कपडे यहां छोड़ जाते हैं। जरूरतमंद व्यक्ति यहां से अपनी इच्छा से बिना किसी से पूछे अपने मनपसंद कपडे ले जाते हैं । धीरे धीरे इसका विस्तार मध्यप्रदेश में भी हुआ। उज्जैन में भी नेकी की दीवार बनाई गई । सबसे पहले इस नेकी की दीवार पर लोग अपने पास के अधिक कपड़े यहां टांग जाते थे अथवा छोड जाते थे। नेकी की दीवार की शुरूआत किसने की, यह किसी को ज्ञात नहीं हैं। किंतु यह खुषी की बात हैं की मध्यप्रदेश की सरकार ने नेकी की दीवार की अवधारणा को अपने आनंदम कार्यक्रम में शामिल करते हुए उसे और विस्तार दे दिया हैं। अब इस आनंदम के स्थल पर कपडे ही नहीं बल्कि कोई भी व्यक्ति अपने यहां की अतिरिक्त सामग्री बर्तन, गर्म कपड़े, खिलौने आदि भी छोड़ कर जा सकते हे। इसे जरूरतमंद व्यक्ति सीधे आकर बिना किसी से पूछे ले जा सकते हैं।
                  मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान ने आनंदम का षुभारंभ करते हुए कहा भी हैं कि हमारी संसकृति में जरूरतमंद की मदद करना बहुत पुण्य का कार्य माना गया हैं। समाज में इस भाव को और सषक्त करने तथा सहायता करने के अवसर निर्मित करने की पहल मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेष भर के जिला मुख्यालय पर की गई हैं। षुरूआत में ही इसके बडे अच्छे संकेत मिल रहे हैं। लोग अपने यहां की अधिक सामग्री आनंदम में छोड़कर जा रहे हैं। और जरूरतमंद वहां से ले जा रहे हैं 
                 इस सार्थक और सराहनीय प्रयास को और विस्तार देने की आवश्यकता हैं। जिला मुख्यालय पर इसके सफल आयोजन के बाद इसे तहसील और जनपद पंचायत मुख्यालय तक और विस्तार करने की आवश्यकता हैं। जरूरतमंद लोग गांव में व छोटे शहरां-कस्बों में अधिक रहते हैं। इसलिए यदि इसका विस्तार किया जाता हैं तो यह सेवा का ही विस्तार कहा जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से अपेक्षा हैं कि वे इस दिशा में और सार्थक पहल करेंगे। जिले में पदस्थ कलेक्टर भी स्वप्रेरणा से अपने-अपने जिलों की समस्त तहसीलों और जनपद पंचायत मुख्यालयों पर इसका विस्तार करेंगे तो यह पुण्य का काम होगा।
     
 

 

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