ब्रिक्स देशों में सबसे अधिक विकास दर भारत की
डाॅ. चन्दर सोनाने
पिछले दिनों ब्रिक्स देशों का सम्मेलन गोवा में आयोजित हुआ। इस सम्मेलन में ब्रिक्स के पांच देशांे में सबसे तेज विकास दर भारत की पाई गई। यह उपलब्धि देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ब्रिक्स के पांच देशों में भारत ,चीन, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका हैं।
गोवा में आयोजित ब्रिक्स के पांच देशों के सम्मेलन में यूं तो आतंकवाद , आर्थिक सुधार और मुक्त व्यापार पर बात हुई । इसमें यह भी निर्णय लिया गया कि दुनिया की 43 प्रतिशत आबादी वाले ब्रिक्स देश अलग बैंक के बाद अब अपनी अलग क्रेडिट रेटिंग एजेंसी भी बनाएंगे।
सम्मेलन में एक बात सामने आई, वह यह थी कि ब्रिक्स के पांच देशों में सर्वाधिक 7.1 प्रतिशत की विकास दर भारत की पाई गई। दूसरे स्थान पर चीन रहा। वहां कि विकास दर 6.7 प्रतिशत देखी गई। तीसरे स्थान पर ब्राजील रहा । वहाँ की विकास दर 3.80 प्रतिशत रही। दक्षिण अफ्रीका चैथे स्थान पर रहा । वहाँ कि विकास दर 1.2 प्रतिशत पाई गई । आश्चर्यजनक रूप से रूस ब्रिक्स के देशों में विकास दर के मामले में सबसे अंत में रहा। वहाँ की विकास दर 0.6 प्रतिशत पाई गई। ब्रिक्स के देशों में सर्वाधिक विकास दर प्राप्त कर भारत ने यह महत्वपूर्ण गौरव प्राप्त किया हैं।
ब्रिक्स के देशों में स्वास्थ्य सुविधाएं के मामले में भी भारत पहले स्थान पर रहा। दूसरे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका रहा। तीसरे स्थान पर ब्राजील , चैथे स्थान पर रूस और चीन सबसे अंत में रहा । स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही सांइस एवं टेक्नाॅलाजी, संस्कृति , अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा, वल्र्ड आॅर्डर , प्लेनेट एवं क्लाईमेट तथा समृद्धि एवं समानता इन सात विषयों में ओवरआॅल रेकिंग में भारत दूसरे स्थान पर रहा। रूस पहले स्थान पर रहा। चीन तीसरे स्थान, दक्षिण अफ्रीका चैथे स्थान और ब्राजील सबसे अंत में रहा।
जी - 20 ग्रुप में भी सर्वोच्च विकास दर भारत की रही
उल्लेखनीय हैं कि हमारा देश भारत तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा हैं। यह जी-20 ग्रुप के देशों में से पहली पंक्ति के देशों में देखने को मिला हैं। भारत की विकास दर जी-20 देशों में सर्वाधिक 7.5 प्रतिशत हैं। यही नहीं जी-20 के देशों की जीडीपी में सर्वाधिक जीडीपी 3,467.8 बिलियन डालर जर्मनी की हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर भारत आता हैं। हमारे देश की जीडीपी 2288.7 बिलियन डाॅलर हैं। यह अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि हैं।
पिछले दिनों जी-20 ग्रुप के देशों की बैठक चीन के हांगझोऊ में हुई थी। जी-20 ग्रुप के प्रथम पक्ंित के देशों की विकास दर पर एक नजर डाले तो हमें नजर आता हैं कि भारत की विकास दर सर्वाधिक 7.5 प्रतिशत हैं। दूसरे नंबर पर चीन हैं, इसकी विकास दर 6.5 प्रतिशत हैं। प्रथम पक्ंित के अन्य देशों की विकास दर इस प्रकार हैं- ब्राजील -3.8 प्रतिशत, इण्डोनेशिया 4.9 प्रतिशत, मैक्सिको 2.4 प्रतिशत दक्षिण अफ्रीका 0.6 प्रतिशत , अमेरिका 2.4 प्रतिशत जर्मनी 1.5 प्रतिशत, तुर्की 3.8 प्रतिशत रूस -1.8 प्रतिशत , फा्रंस 1.1 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया 2.7 प्रतिशत और अर्जेंटीना में -1.0 प्रतिशत ही विकास दर हैं। इन विकास दर के मायनो से सर्वाधिक विकास दर हमारे देश की हैं। यह एक बहुुत बड़ी उपलब्धि हैं।
जी-20 देशों की जीडीपी पर एक दृष्टि डाले तो हमें पता चलता हैं कि प्रथम पंक्ति के देशों मे जर्मनी की जीडीपी सर्वाधिक 3467.8 बिलियन डालर हैं। भारत की जीडीपी जी-20 देश में दूसरे नंबर पर हैं। हमारे देश की जीडीपी 2288.7 बिलियन डालर हैं। अन्य देशों की जीडीपी पर एक दृष्टि डाले तो हमें पता चलता हैं कि ब्राजील की जीडीपी 1534.8 , इण्डोनेशिया की जीडीपी 937.0,मैक्सिको की जीडीपी 1082.4 दक्षिण अफ्रीका की जीडीपी 266.2 अमेरिका की जीडीपी 18558.1 चीन की जीडीपी 11383.0 तुर्की की जीडीपी 751 .2, रूस की जीडीपी 1132.7 , फा्रंस की जीडीपी 2464.8 , दक्षिण कोरिया की जीडीपी 1321.2 और अर्जेंटीना की जीडीपी 437.9 बिलियन डाॅलर हैं। जी-20 के देशों की जीडीपी में भारत की जीडीपी का दूसरे नंबर पर रहना भी एक बहुत बडी उपलब्धि हैं। इसके लिए हमें खुश होना चाहिए।
ब्रिक्स देशों और जी-20 देशों में भारत की जीडीपी और विकास दर हमें आश्वस्त कर रही हैं कि हम सही दिषा में जा रहे हैं। इसी विकास की दर को हमें बनाए रखना होगा। शिखर पर पहुंचने से अधिक मुश्किल शिखर पर बने रहने की हैं। अतः इस दिशा में हमारे देश के नीति नियामकों को आगे भी सोच समझकर निर्णय लेने होंगे, तभी यह रफ्तार बनाई रखी जा सकती हैं।