भारतीय ज्ञान परंपरा ज्ञान की गंगोत्री है,और अंग्रेजी साहित्य भी सनातन ग्रंथो से प्रभावित हैं
उज्जैन- अंग्रेजी साहित्य भी सनातन ग्रंथो जैसे रामायण, महाभारत, वेद एवं उपनिषद से प्रभावित हैं और अंग्रेजी साहित्य में भी भारतीय ज्ञान परंपरा प्रारंभिक काल से जुडी रही हैंl भारतीय ज्ञान परंपरा ज्ञान की गंगोत्री हैl म.प्र. उच्चशिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त अंग्रेजी साहित्य के आचार्य प्रो. ओम प्रकाश बुधोलिया ने अंग्रेजी अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में अंग्रेजी संकाय द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा पर आयोजित विशिष्ट व्याख्यान संगोष्ठी में “भारतीय ज्ञान प्रणाली का अंग्रेजी साहित्य पर प्रभाव” विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए उपरोक्त उद्गार व्यक्त किये। प्रो. बुधोलिया ने अपने वक्तव्य में रामायण, महाभारत, वेद एवं उपनिषद के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सनातन परंपरा में अंग्रेजी साहित्य के पूर्व संस्कृत साहित्य का प्रादुर्भाव हुआ और उसके बाद ही अंग्रेजी साहित्य सामने आया इस कारण इन ग्रंथो का प्रभाव अंग्रेजी साहित्य पर मिलता हैंl प्रो. बुधोलिया ने अंग्रेजी साहित्य पर सनातन धर्म ग्रंथो के प्रभाव को शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को समझाया और इसके तकनीकी पक्ष पर भी अपना विशेष उद्भोदन प्रस्तुत किया । अपने विचारोत्तेजक व्याख्यान के माध्यम से उन्होंने भारतीय शास्त्रों के महत्व और अंग्रेजी साहित्य पर उनके गहन प्रभाव पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष प्रो. अंजना पाण्डेय ने दिया। प्रो. बी के आंजना ने प्रो बुधोलिया के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन मिति शर्मा ने किया तथा आभार मयुरध्वज तिवारी ने माना।